मेरठ: जल निगम में इंजीनियर महबूब हक की सात साल की बेटी का सोमवार दोपहर को दिनदहाड़े घर के दरवाजे से अपहरण कर लिया गया। बदमाश सेंट्रो कार से बच्ची को लेकर फरार हो गए। बदमाशों ने इंजीनियर को कॉल करके तीन करोड़ फिरौती मांगी। एसएसपी, एसपी सिटी समेत पुलिस का पूरा अमला बच्ची की तलाश में जुट गया। दो घंटे बाद बच्ची खुद घर पहुंच गई। उसने बताया कि बदमाश उसे घर से कुछ दूर पेड़ के पास छोड़ गए। घटना के खुलासे के लिए पुलिस जांच में जुटी है।
मूल रूप से बिहार के कटिहार जिले के सहपुर गांव निवासी महबूब हक शास्त्रीनगर सेक्टर नौ में पत्नी उमअबीबा और इकलौती बेटी मायसा के साथ रहते हैं। महबूब जल निगम में जूनियर इंजीनियर हैं। बेटी मायसा सेंट थॉमस स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ती है। रोजाना की तरह मायसा सोमवार को स्कूल गई थी।
दोपहर को बच्ची के स्कूल से आने के समय इंजीनियर महबूब भोला झाल पर किसी निर्माण साइट पर थे। तभी उनके मोबाइल पर कॉल आई कि ‘तुम्हारी बेटी का अपहरण कर लिया गया है। उसकी सलामती चाहते हो तो तीन करोड़ का इंतजाम कर लो।’ पुलिस को इसके बारे में मत बताना। फिरौती की रकम कहां और कैसे देनी है, ये हम बाद में बताएंगे। फोन कटने के बाद दोबारा महबूब पर फोन आया कि पैसे तुमको नहीं लेकर आने हैं, ड्राइवर को भेजना। महबूब ने तुरंत घर पर कॉल किया तो पत्नी ने मायसा के घर नहीं आने की जानकारी दी।
फुटेज चेक कर रही थी पुलिस, घर पहुंची मासूम
घर के बाहर लगे सीसीटीवी की फुटेज चेक की गई तो एक नकाबपोश युवक बच्ची को गेट पर टेंपो से उतारकर पहले गेट तक ले जा रहा है, इसके बाद वो उसे लेकर सेंट्रो में जाता नजर आया। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने पूरे मामले की जानकारी के बाद नौचंदी थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच टीम को लगाकर शहर में चेकिंग शुरू करा दी। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह और एसपी क्राइम बच्ची के घर पहुंचकर परिजन से बात करके सीसीटीवी फुटेज चेक करा रहा थे। इसी बीच दो घंटे बाद बच्ची खुद ही घर पहुंच गई। पुलिस की पांच से ज्यादा टीमें आरोपी की पहचान व गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी की फुटेज चेक कर रही हैं।