लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘लोक निर्माण विभाग उ.प्र. प्रधान कार्यालय राजभवन मार्ग लखनऊ’’ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं0 श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 371वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट गायत्री मंदिर इन्दिरा नगर लखनऊ के सहायक मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी एवं प्रमुख अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग, उ.प्र. के इं.वी.के. श्रीवास्तव ने अपने सम्मानित पूर्वजों की स्मृति में सेवानिवृत्त के अंतिम दिन विदाई समारोह में वाङ्मय साहित्य एवं सभागार में उपस्थित में लगभग 400 अधिकारीगणों को व्यक्तिगत रूप से ‘‘सफल जीवन की दिशा धारा’’ नामक पाकेट बुक भेंट किया। उपरोक्त कार्यक्रम 31. अगस्त को सांय 7ः00 बजे सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘सद्ज्ञान मनुष्य को श्रेष्ठ जीवन जीने की कला सिखाता है। इस अवसर पर लो.नि.वि प्रमुख सचिव नरेन्द्र भूषण, विभागाध्यक्ष इं.संदीप कुमार, सेतु निगम के प्रबन्ध निदेशक, इं. संजीव भारद्वाज, यू.पी.आर.एन.एन. संजय कुमार तिवारी, एवं वी.के. श्रीवास्तव, ने अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर के लो.नि.वि. के प्रमुख सचिव नरेन्द्र भूषण, विभागाध्यक्ष इं. संदीप कुमार, प्रमुख मुख्य अभियन्ता वी.के. श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता स्तर-1 अरविन्द कुमार जैन, मुख्य अभियन्ता जे.के. बांगा, सेतु निगम के प्रबन्ध निदेशक, इं. संजीव भारद्वाज, प्रबन्ध निदेशक यू.पी.आर.एन.एन. संजय कुमार तिवारी, सहित विभाग के उच्च अधिकारी कर्मचारी सहित सेवानिवृत्त प्रमुख अभियन्ता वी.के. श्रीवास्तव का परिवार भी सभागार में उपस्थित थे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी