दिवाली से पहले ही शहर की हवा में जहर घुलने लगा है। शहर में निरंतर बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों में अनेक तरह की बीमारियों के बढ़ने का खतरा भी गहराता जा रहा है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मलदहिया जहां ऑरेंज जोन में पहुंच गया वहीं अर्दली बाजार भी ऑरेंज जोन की तरफ बढ़ गया था।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्ववालिटी इंडेक्स) को देख क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की चिंता भी बढ़ गई है। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल शहर में वायु की गुणवत्ता का सूचकांक 225 तक पहुंच गया है, जो बेहद ही खराब माना जाता है। यदि यह स्थित लगातार बनी रही तो चिंता का विषय है।
आवासीय क्षेत्रों में मानक 55-45 डीबी और इंडस्ट्रियल एरिया में 75-70 डीबी है। सचान गेस्ट हाउस 66.75, मरियमपुर 65.81, गोल चौराहा 54, मोतीझील 56, ग्रीन पार्क 58, भैरोघाट 66.89, अफीम कोठी 72, दीप टॉकीज 86.32 डीबी पहुंच गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मलदहिया का एयर क्वालिटी इंडेक्स 202 था। इसमें कार्बन की मात्रा 106 और नाइट्रोजन की मात्रा 58 रही। चौराहे पर जाम के कारण हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 314 दर्ज की गई। अर्दली बाजार का एक्यूआई 192 था।
सिविल लाइंस क्षेत्र में एक्यूआई 225 और राजेंद्र नगर में 149 रहा। ध्वनि प्रदूषण शहर में कितना खतरनाक हो चुका है उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दीप टॉकीज पर शाम सात बजे ध्वनि प्रदूषण 87 डेसिबल पहुंच गया।