नयी दिल्ली। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत में एक 40 वर्षीय व्यक्ति को हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश कर रही थी। जिसे पुलिस ने सैन्य अफसर का भेष धारण कर घूमने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने आरोपी दिलीप कुमार को ग्रेटर कैलाश-1 में अर्चना रेड लाइट के पास एक सैन्य अफसर के रूप में घूमते वक्त गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बताया कि आईएसआई भी उसे एक असली आर्मी अफसर मान रही थी। पुलिस ने आरोपी के पास से आर्मी का एक फर्जी आईडी कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मोहन गार्डन निवासी दिलीप कुमार (40) की गिरफ़्तारी के बाद उससे पूछताछ करने के लिए सेना के खुफिया अधिकारी, आईबी और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की टीमें भी ग्रेटर कैलाश थाने पहुंची थी। दिल्ली पुलिस की माने तो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े लोग भी दिलीप कुमार को आर्मी का असली अफसर समझते हुए हनीट्रैप के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे थे।
100 से अधिक वॉट्सऐप ग्रुप का सदस्य
पुलिस ने बताया कि वह 100 से अधिक वॉट्सऐप ग्रुप का सदस्य है और 100 से अधिक महिलाओं के संपर्क में है। मोबाइल की जांच करने पर पता चला कि आरोपी ने कई अंतरराष्ट्रीय नंबरों पर वीडियो कॉल भी की थी और कई देशों की महिलाओं के संपर्क में था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि महिलाओं को इम्प्रेस करने के लिए वह खुद को आर्मी का कैप्टन शेखर बताता है। फिलहाल पुलिस और सेना के खुफिया अधिकारी इस मामले की विस्तृत जांच में जुटे हुए हैं।