आर्थिक सुस्ती को देखते हुए सरकार कुछ बड़े ऐलान कर सकती है। इकनॉमी को रफ्तार देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन अहम घोषणाएं करने वाली हैं। सीतारमन दोपहर 2:30 बजे नेशनल मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। पिछले एक महीने में यह वित्त मंत्री की तीसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है। पहले भी कई बड़े ऐलान किए जा चुके हैं।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में गिरावट भी चिंता का विषय बनी हुई है। वित्त मंत्री इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑटो, नॉन बैंकिंग फाइनैंस कंपनी, बैंकिंग, रियल एस्टेट और अन्य सेक्टर्स के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकती हैं। इससे पहले वित्त मंत्री ने 30 दिनों में जीएसटी रिफंड, बैंकों में 70 हजार करोड़ की पूंजी डालने फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स पर बढ़े सरचार्ज को वापस लेने का ऐलान किया था। इस समय सरकार विपक्ष के निशाने पर है और सरकार के सामने यह चुनौती है कि इस आर्थिक सुस्ती से कैसे निपटा जाए। पिछली तिमाही में विकास दर घटकर 5 फीसदी पर आ गई। इसके बाद सरकार की नीतियों को लेकर विपक्ष घेरने का मौका नहीं छोड़ रहा है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को इस संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री ने कहा था कि ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए ओला-ऊबर भी जिम्मेदार हैं जिसके बाद उनकी जमकर आलोचना हुई।
निर्यात और रियल एस्टेट पर होगा फोकस-
उम्मीद है कि वित्त मंत्री रियल एस्टेट और निर्यात को लेकर कुछ बड़े ऐलान करेंगी। सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने पीएमओ को एक प्रजेंटेशन भी दिया जिसमें आर्थिक सुस्ती से निपटने के तरीकों के बारे में बताया गया।
ऑटो सेक्टर में जीएसटी कट पर ऐलान-
ऑटो सेक्ट की कंपनियां जीएसटी कट की मांग कर रही हैं। अगले सप्ताह 20 सितंबर को गोवा में होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक में ऑटोमोबाइल पर जीएसटी कट का ऐलान किया जा सकता है। गाड़ियों पर लगने वाले 28 फीसदी जीएसटी को 18 फीसदी स्लैब में लाया जा सकता है।