गोरखपुर. प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में बांध में दरार पड़ने से यहां भयानक बाढ़ की स्थिति बन गई है। उधर नेपाल से छोड़े गए पानी और लगातार रुक रुक कर हो रही बारिश से शहर और आसपास के इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी गयी है, जिसने लोगों का जीना महल कर दिया है।
गोरखपुर से गुजरने वाली 6 नदियों पर 64 बांध बनाए गए हैं। जिनमें से 17 खतरे के निशान पर हैं।अगर समय रहते ही सरकार ने इस ओर ध्यान न दिया गया तो गोरखपुर में बाढ़ के हालात बदत्तर हो जाएंगे।
राप्ती नदी पर बने डोमिनगढ़ बांध में पिछले 6 दिनों से हो रहे रिसाव को समय से ध्यान नहीं दिया गया। इसके चलते नदी के पानी का दबाव बढ़ने से रेगुलेटर नंबर एक का जर्जर स्टील का चद्दर टूट गया।इससे तिवारीपुर इलाके की जफ़र कालोनी के तीन सौ से अधिक घरों में पानी घुस गया।
इतना ही नहीं हाबर्ट बांध पर लगातार बढ़ रहे पानी का दबाव बढ़ने से यहां जितने भी रेगुलेटर थे सभी में तेजी से रिसाव होने लगा। हालात ये बन गए हैं कि बांध के किनारे बसे कई मोहल्लों में पानी भर गया। जिससे इलाकाई लोगों का जीना दूभर हो गया है। लोगो में डर है कि खोराबार के अजवनियां के समीप जर्जर हो चुके मलौनी बांध में कुछ भी नुकसान हुआ तो यह अधिक तबाही मचा सकता है। वर्ष 1998 में यह बांध कट गया था और शहर के दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्र का इलाका पूरा तरह से जलमग्न हो गया था। लोगो को डर है कि अगर समय रहते ही जिम्मेदार नहीं चेते तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।