विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को खाड़ी देशों में भारत के राजदूतों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने इस क्षेत्र के लिए विमान सेवा जल्द से जल्द बहाल करने और कोविड-19 के व्यवधान के कारण अलग हुए परिवारों को फिर से मिलाने की व्यवस्था करने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर गुरुवार को खाड़ी देश पहुंचे थे। विदेश मंत्री ने कुवैत में भारतीय दूतावास में अन्य राजदूतों की मौजूदगी में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया। इस संबंध में विदेश मंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि ‘‘सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ईरान, कुवैत, ओमान, कतर और बहरीन में भारतीय राजदूतों से भारतीय राजदूतों से आज सार्थक बैठक की अगुवाई की।
जयशंकर दो और ट्वीट किए जिनमें उन्होंने बताया कि ‘‘राजदूतों के साथ जो बातचीत हुई वह संबंधित क्षेत्रों में रह रहे भारतीय समुदाय का बेहतर कल्याण सुनिश्चित करना, कोविड की बाधाओं के कारण जुदा हुए परिवारों को फिर से मिलाना, महामारी के दौरान खाड़ी क्षेत्र छोड़ चुके भारतीय प्रतिभाओं और कौशल की जल्द से जल्द वापसी, अप्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की मदद के मकसद से खाड़ी देशों के लिए विमान सेवा जल्द से जल्द बहाल करने और देश में आर्थिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए हमारे कारोबारी हितों को मजबूती से गति देने जैसे मुद्दों पर केंद्रित थी।’’ जयशंकर ने भरोसा जताया कि राजदूत और दूतावास इन प्राथमिकताओं को पूरा करेंगे।
गुरुवार को जयशंकर ने अपने समकक्ष शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबा से की थी मुलाकात। इससे पहले उन्होंने बृहस्पतिवार को कुवैत के अपने समकक्ष शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबा से ‘‘सार्थक बातचीत’’ की। इस दौरान दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य, भोजन, शिक्षा, ऊर्जा, डिजिटल और व्यापारिक सहयोग समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए जो कुवैत में भारतीय कामगारों को कानूनी सुरक्षा प्रदान करेगा।
प्रधानमन्त्री मोदी का पत्र लेकर पहुंचे थे जयशंकर: जयशंकर कुवैत के अमीर शेख नवाफ अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी पत्र लेकर पहुंचे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री शेख सबा खालिद अल-हमद अल-सबाह से भी बातचीत की।