भारतीय नौसेना जहाज आईएनएस दिल्ली बंदरगाह शहर की दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद रविवार को कोलंबो, श्रीलंका से रवाना हुआ। रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि बंदरगाह में उनके प्रवास के दौरान, जहाज के चालक दल और श्रीलंकाई नौसेना (एसएलएन) कर्मियों के बीच कई बातचीत हुई।
ग्राम उत्थान से ही होगा देश का उत्थान : केशव प्रसाद मौर्य
जहाज के चालक दल और श्रीलंका नौसेना (एसएलएन) के कर्मियों के बीच पारस्परिक हित के विभिन्न विषयों पर कर्मियों के क्रॉस-प्रशिक्षण सहित कई बातचीत आयोजित की गईं। क्रो आइलैंड बीच पर एक सफाई अभियान संयुक्त रूप से दौरा करने वाले जहाज के चालक दल द्वारा चलाया गया था।
इसके अलावा जहाज ने 200 से अधिक राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) कैडेटों और 500 अन्य स्थानीय आगंतुकों के लिए एक परिचय यात्रा का आयोजन किया। बयान में आगे कहा गया कि आईएनएस दिल्ली के कमांडिंग ऑफिसर ने पश्चिमी नौसेना क्षेत्र (COMWEST) के कमांडर एडमिरल सुरेश डी सिल्वा के साथ बातचीत की और श्रीलंका में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों के सम्मान में आईपीकेएफ स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राजा भैया की बढ़ती लोकप्रियता विरोधियों के लिए बनी चुनौती
श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने आईएनएस दिल्ली पर आयोजित एक स्वागत समारोह के दौरान श्रीलंका संसद के माननीय अध्यक्ष को अत्याधुनिक आरोग्य मैत्री क्यूब प्रस्तुत किया। यह मित्र देशों को आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करने के लिए भारत की ‘आरोग्य मैत्री’ पहल के हिस्से के रूप में किया गया था। इन मेडिकल क्यूब्स को प्रोजेक्ट भीष्म के तहत स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है।
स्पीकर के साथ रिसेप्शन में बंदरगाह, जहाजरानी और विमानन मंत्री, अटॉर्नी जनरल, रक्षा सचिव और तीनों सेवा प्रमुखों सहित कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया। बयान में कहा गया यह यात्रा आईएनएस दिल्ली और एसएलएन जहाज विजयबाहु के बीच कोलंबो के पास समुद्र में पैसेज एक्सरसाइज (PASSEX) के साथ संपन्न हुई।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी