एटा। हत्या में फंसे निर्दोष व्यक्तियों के लिए लखनऊ की एफएसएल वरदान बन गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 फरबरी 2021 को पंकज कुमार पुत्र शिशुपाल सिंह निवासी ग्राम दतेई थाना मिरहची ने एक लिखित तहरीर दी कि मेरा बड़ा भाई अभयकुमार उर्फ छोटे पुत्र शिशुपाल सिंह उम्र 37 वर्ष घर से मछली पालन के तालाब पर गया था और वह नहीं लौटा एवंआज सुबह उसका शव आम के पेड़ से लटका हुआ मिला है।मुझे आशंका है कि बदमाशों ने मेरे भाई की हत्या कर शव को आम के पेड़ से लटका दिया है। मेरा भाई आगामी प्रधानी के चुनाव मे प्रधान पद के लिए तैयारी कर रहा था।तहरीर के आधार पर थाना मिरहची पर धारा 302, 201 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया, तथा नियमानुसार शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
इसी दौरान दिनांक 2 फरवरी को वादी पंकज ने थाने पर एक अतरिक्त प्रार्थना पत्र दिया जिसमें बताया गया कि मेरे भाई अभय कुमार उर्फ छोटे की हत्या हमारे गांव के ही पूर्व प्रधान व उसके साथियों ने मिलकर की है।दिनांक 26 अप्रैल 2021 को जनसुनवाई के दौरान योगेश कुमार पुत्र रामबाबू निवासी ग्राम दतेई थाना मिरहची ने एक प्रार्थना पत्र दिया कि मेरे भाई व भतीजो को हत्या जैसे मुकदमों में झूठा फसाया गया है। प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी सदर एवं विवेचक प्रभारी निरीक्षक मिरहची को घटना के हर पहलुओ एवं विवेचना में वैज्ञानिक तथ्यों का सहयोग लेकर गुणदोष के आधार पर निस्तारण करने के लिए आदेश दिया।
उक्त घटना के सम्बन्ध में टीम ने घटना स्थल का पुनः निरीक्षण किया तो पाया कि मृतक का शव जमीन से करीब 20 फीट ऊपर पेड़ की डाल से लटका तथा शरीर पर कोई जाहिरा चोट, प्रतिरोध के निशान प्रदर्शित नहीं हो रहे थे और मृतक के कपडे भी अस्त व्यस्त नहीं थे।उक्त घटना से संबंधित पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सको ने मृतक की मृत्यु का कारण गला घोंटकर हत्या होना बताया गया था।
चिकित्सकों द्वारा तैयार की गयी, घटना की पोस्टमार्टम रिपोर्ट तथा परिस्थितियों का गहराई से विश्लेषण करने के बाद स्थानीय पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट के निष्कर्ष पर संदेह उत्पन्न हुआ। कोई निर्दोष व्यक्ति इस जघन्य घटना में सजा ना पाए इस उद्देश्य से पुलिस ने एफएसएल लखनऊ से मेडिकोलीगल एक्सपर्ट राय पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में मॉगी तथा घटना की रिक्रिएशन के लिए एफएसएल आगरा यूनिट का एक्सपर्ट तकनीकी सहयोग प्राप्त किया।
गवाहों से पूछताछ करने पर पता चला कि मृतक अभय कुमार उर्फ छोटे जुआ व सट्टा खेलता था। सट्टा आनलाईन भी खेलता था।मृतक अभय कुमार उर्फ छोटे पर गांव के सुदर्शन फौजी पुत्र रघुवीर सिंह, उदय, रामकुमार यादव, धर्मवीर सिंह और रोहित कुमार जो इसका बस के कारोबार में साझेदार था का करीब 8-10 लाख रुपये उधार था।विवेचना के दौरान यह भी पता लगा कि मृतक अभय कुमार उर्फ छोटे द्वारा साझेदारी में बस चलवाता था और अपने नाम से आनन्द एशोसिएट एटा से यूपी 83 टी 5139 की बस पर 3 लाख रुपये का ऋण ले रखा था, एवं यूपी 85 एटी 5055 बस पर अपने नाम से 2 लाख रुपयो का ऋण ले रखा था जिसकी मासिक क़िस्त अदा नहीं कर पा रहा था।
मृतक अभय कुमार उर्फ छोटे का मोबाइल को सर्विलान्स द्वारा चैक किया गया, तो उसके मैसेज बॉक्स में चैट के मैसेज किया हुआ पाया गया, जिसमें आनलाईन सट्टा गली एडवान्स लीग, व देशावर एडवान्स नाम की वेबसाइट पर खेलता था जिसमें उसने यह मैसेज भेजा कि कहीं ऐसा ना हो कि बाद में मुझे आत्महत्या करनी पड़ जाये।
दोनों एक्सपर्ट संस्थाओं से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर
उक्त घटना मे संकलित साक्ष्य, मेडिकोलीगल संस्थान की रिर्पोट, गवाहो द्वारा दी गई गवाही की सत्यनिष्ठा प्रमाणित ना होने तथा उपरोक्त तथ्यो के सार गर्भित विश्लेषण से यह जानकारी मिली कि मृतक अभय कुमार पुत्र शिशुपल सिह निवासी दतेई थाना मिरहची एटा की हत्या न हो कर आत्महत्या है।विवेचना करने वाली टीम का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक एटा ओमप्रकाश सिंह द्वारा किया गया एवं टीम मे क्षेत्राधिकारी सदर इरफ़ान नासिर खान, प्रभारी निरीक्षक मिरहची सीताराम सरोज, उपनिरीक्षक मदन मुरारी, मुख्य आरक्षी प्रेमपाल सिंह तथा आरक्षी अरबाज खान आदि शामिल रहे।
रिपोर्ट-अनुज प्रताप सिंह