नई दिल्ली।अंजुमन फ़रोग़-ए-उर्दू दिल्ली के तत्वाधान में बसंत चौधरी फ़ाउंडेशन नेपाल के सौजन्य से पद्मभूषण गोपाल दास ‘नीरज’ की स्मृति शेष को समर्पित ‘गज़ल कुम्भ 2019’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ष्ठ कवि उदयप्रताप सिंह ने किया एवं समापन मशहूर शायर दीक्षित दनकौरी के संयोजन में संपन्न हुआ।
200 गजलकारों ने शानदार गजल पाठ
बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित बसंत चौधरी,हेमंत स्नेही,राजकुमार भाटी,आर. पी. रघुवंशी एवं सुनील कुमार सिंहल के सान्निध्य में देशभर से पधारे लगभग 200 गजलकारों ने शानदार गजल पाठ किया। इस अवसर पर आगरा से आये गजलकार अशोक रावत के गजल संग्रह ‘रौशनी के ठिकाने’ एवं पिछले वर्ष ग़ज़ल कुम्भ 2018 में गजलकारों द्वारा पढ़ी गई गजलों के संकलन “गजल कुम्भ 2018” का लोकार्पण उदयप्रताप सिंह,बसंत चौधरी,दीक्षित दनकौरी के कर कमलों द्वारा किया गया।
लगभग 19 घंटे तक अनवरत चले इस कार्यक्रम में देशभर से पधारे सैकड़ों शायरों और शालीन ग़ज़ल-प्रेमी श्रोताओं की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को भव्यता प्रदान की।इस गजल गोष्ठी का पहला सत्र दोपहर 2 बजे से शुरू होकर शाम 7:30 बजे तक चला। जबकि दूसरा सत्र रात्रि 9 बजे से शुरू होकर रात्रि 2 बजे तक चला। तीसरा सत्र रात्रि 2:30 बजे से प्रातः 6 बजे तक एवं चौथा सत्र प्रातः6:30 बजे से 8: 30 बजे तक चला।
प्रथम सत्र की अध्यक्षता देश के वरिष्ठ गज़लकार ‘सीमाब’ सुल्तानपुरी ने की। मंचस्थ अतिथियों द्वारा शमा रोशन करने के बाद गज़ल गोष्ठी का आयोजन प्रारम्भ हुआ। मंच का शानदार संचालन चार सत्रवार सबसे पहले कृष्ण कुमार ‘नाज़’,दीक्षित दनकौरी और गुरचरण मेहता रजत ने किया। प्रातः 9 बजे ग़ज़ल कुम्भ संपन्न होने पर मोईन अख़तर अंसारी ने सभी आगंतुकों को धन्यवाद देते हुए अगले वर्ष होने वाले गज़ल कुम्भ में भी इसी जोशो-खरोश से शिरकत करने का आग्रह किया।