मध्यप्रदेश/बीनागंज। जीवन में यदि संकल्प शक्ति हो तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको रोक नहीं सकती। यह विचार श्री रामानंद संत आश्रम ऋषिकेश से पधारे कथा वाचक संत हरिदास महाराज ने कही। ग्राम पेंची में श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कथावाचक संत श्री हरिदास महाराज ने कहा नारद जी के कहे अनुसार संकल्प करके भक्त ध्रुव वृंदावन की पावन पवित्र भूमि पर चले गए। यमुन जी स्नान करके द्वादश अक्षर मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करने लगे। जिससे प्रसन्न होकर भगवान श्री हरि विष्णु ने भक्त ध्रुव को दर्शन दिए।
प्रभु का अवतार अक्सर अत्याचार
संत श्री हरिदास ने बताया अति दुर्लभ इस मानव जीवन को व्यर्थ के कामों में नहीं खराब करना चाहिए। बल्कि इसको जन कल्याण व ईश्वर भक्ति में समर्पित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा जब धरती पर अत्याचार और अन्याय बढ़ता है तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अक्सर अत्याचार को समाप्त कर धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब कंस ने सभी मर्यादाओं को तोड़ दिया तब प्रभु श्री कृष्ण का जन्म हुआ।
वामन अवतार और कृष्ण जन्म उत्सव की झांकियां
कथा वाचन के दौरान ही श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथावाचक हरिदास महाराज ने श्रद्धालुओं को भक्ति, श्रद्धा व प्रार्थना के महत्व के बारे में बताया की श्री कृष्ण जन्म से पहले भगवन ने भक्त प्रहलाद और वामन अवतार लिय। इस दौरान श्रीमद् भागवत कथा में वामन अवतार और कृष्ण जन्म उत्सव की झांकियां सजाई गई। कथा का समय प्रतिदिन दोपहर 12:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक का रखा गया है।