रेटिंग एजेंसी इक्रा ने वित्त वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट में राजकोषीय घाटा 5.3 फीसदी और विनिवेश लक्ष्य 50,000 करोड़ रुपये से कम रखे जाने का अनुमान जताया है। इसके अलावा, जीडीपी के छह फीसदी पर रहने का अनुमान है, जो बीते वर्ष एक फरवरी को पेश बजट में 5.9 फीसदी के अनुमान से थोड़ा अधिक है।
इक्रा ने 2024-25 के अंतरिम बजट को लेकर उम्मीद पर अपनी रिपोर्ट में कहा, प्रत्यक्ष कर और केंद्रीय जीएसटी संग्रह 2023-24 के बजट अनुमान से क्रमश: एक लाख करोड़ व 10,000 करोड़ रुपये अधिक रहने का अनुमान है। एजेंसी ने कहा, केंद्र का पूंजी खर्च बजट अनुमान 10 लाख करोड़ से 75,000 करोड़ कम रह सकता है। इसके बाद भी यह सालाना आधार पर 26 फीसदी अधिक होगा। हालांकि, यह वृद्धि दर बजट में जताए पिछले वित्त वर्ष के 35.9 फीसदी के अनुमान की तुलना में कम है। विनिवेश लक्ष्य पर इक्रा ने कहा, सौदों के लिहाज से जारी अनिश्चितताओं को देखते हुए 2024-25 के लिए 50,000 करोड़ रुपये से कम का लक्ष्य उपयुक्त लगता है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 10,000 करोड़ जुटाए हैं।