लखनऊ। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने किसानों से जैविक कृषि पर अमल का आह्वान किया है। उन्होंने हाथरस में कृषि उत्पादक संगठन एवं प्रगतिशील किसानों से संवाद किया। इस अवसर पर किसानों को सुझाव दिया कि खेती को लाभप्रद बनाने के लिए जैविक खेती पर जोर दें। रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से बचें। किसान अन्नदाता हैं। वह अनाज उगाते हैं। प्रधानमंत्री का कहना है कि वे अपनी फसल की कीमत स्वयं तय करें ताकि किसानों को उनकी उपज का वास्तविक मूल्य मिल सके और हमारे देश के किसान सशक्त एवं समृद्ध हो सकें।
इसके साथ ही आनंदीबेन पटेल ने हाथरस में स्वयं सहायता समूह,अग्रणी बैंक प्रबंधकों क्षय रोग से पीड़ित बच्चों को गोद लेने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ भी विचार विमर्श किया। उन्होंने बैठक में टीबी ग्रस्त बच्चों को मिल रहे उपचार की जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि जनपद में टीबी ग्रस्त मरीजों को गोद लिया जाये और उन्हें चना, गुड़,मूंगफली एवं मौसमी फल दिया जाए,इससे वह शीघ्र स्वस्थ्य हो सकेंगेे। उन्होंने कहा कि क्षय रोग से ग्रसित बच्चे हमारे समाज के लिए चिन्ता का विषय हैं। इनकी देख भाल करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। इस अवसर पर राज्यपाल ने टीबी ग्रस्त बच्चों से बात की तथा उन्हें फल और मिठाई भेंट की।
राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाये गये विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की कई प्रतिनिधियों को सामुदायिक शौचालयों के रख रखाव हेतु चाभी सौंपी।