लखनऊ। गुरुवार को गुरुद्वारा नाका हिंडोला में गुरमत संवाद का विशेष कार्यक्रम संपन्न हुआ, जो लखनऊ में पहली बार आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने की। इस कार्यक्रम में पटियाला से आए हुए ज्ञानी सुच्चा सिंह ने विशेष भूमिका अदा की। उनके साथ वीर बृजेंद्रपाल सिंह, सरदार कृपाल सिंह एबट, ज्ञानी सुखदेव सिंह ने भी गुरमत मर्यादा और गुरबाणी के संबंध में बच्चों और संगतों को जानकारी दी। बच्चों ने उनके द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए । यह जानकारी कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत ने दी।
लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने आए हुए बच्चों और संगत का स्वागत किया और कार्यक्रम में शामिल विद्वानों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि हमारी नई पीढ़ी के बच्चों को खालसा पंथ के गौरवमई इतिहास के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हो और वह सब गुरबाणी के साथ जुड़कर गुरबाणी से ज्ञान प्राप्त कर एक अच्छे नागरिक और एक अच्छे सिक्ख बन सकें।
इस अवसर पर सरदार कृपाल सिंह ऐबट ने कहा कि सिख धर्म मानवता का धर्म है हमें गुरबाणी से ज्ञान प्राप्त करके अपने मन में दया भावना रखनी है और मानवता की सेवा करनी है। वीर बृजेंद्र पाल सिंह जी जो गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के चीफ कोऑर्डिनेटर ऑफ इंडिया हैं उन्होंने बच्चों के गुरबाणी के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब दिए।समाप्ति के उपरांत चाय-नाश्ते का लंगर श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।