ब्रिटेन में 10 दिनों के राष्ट्रीय शोक के बाद, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार सोमवार, 19 सितंबर को होगा.ये ऐसी महिला के लिए वैश्विक श्रद्धांजलि है जो इतने लंबे समय से दुनिया की सबसे चर्चित और पहचानने योग्य नेता थीं.
फ्यूनरल में शामिल होने के लिए भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत दुनिया भर के लगभग 500 प्रतिनिधि और गणमान्य व्यक्ति लंदन में हैंमहारानी एजिलाबेथ द्वितीय (96) का आठ सितंबर को बाल्मोरल कैसल स्थित उनके स्कॉटलैंड आवास में निधन हो गया था. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का पार्थिव शरीर वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा गया है.
एलिजाबेथ के ताबूत को गन कैरिज पर रखा जाएगा, जिसे रस्सियों के सहारे सैनिकों द्वारी खींचा जाएगा. इसमें 142 जवान होते हैं, जो 5 मीटर की दूरी में चलते हैं. इसमें सबसे आगे अफसर होंगे और बाद में जवान. ये सभी साथ में रस्सी खींचते हुए चलेंगे और इनके बीच गन कैरिज पर ताबूत रखा जाएगा.
महारानी की सोमवार को राजकीय अंत्येष्टि की जाएगी. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार की पूर्व संध्या पर रविवार रात आठ बजे पूरे ब्रिटेन में लोगों ने एक मिनट का मौन रखा.लंदन पहुंचे विभिन्न देशों के अन्य नेता भी प्रचार और तामझाम से दूर ही दिखे। कुछ नेताओं ने महारानी की यादों को साझा करते हुए साक्षात्कार दिए। इस पर जवाब देने से बचते हुए उन्होंने कहा कि अभी यह समय इस पर चर्चा का नहीं है।