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विचार आधारित प्रशिक्षण

डॉ दिलीप अग्निहोत्री

अयोध्या में भव्य राम मन्दिर का निर्माण पूर्णता की ओर है. श्री राम वन गमन पथ का निर्माण कार्य प्रगति पर है. चित्रकूट इसका महत्त्वपूर्ण पड़ाव है. यहीं भाजपा का परीक्षण शिविर आयोजित किया गया.इस दौरान योगी आदित्यनाथ क्रमश चित्रकूट और अयोध्या पर गए थे. चित्रकूट में उन्होंने प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र को संबोधित किया.अयोध्या में मन्दिर निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के साथ ही अन्य विकास कार्यों की समीक्षा की.

सरकार और संगठन से संबोधित यह प्रसंग अपने में बहुत कुछ कहता है. इसमें सुशासन और संस्कृति का संदेश समाहित है. भाजपा का संगठन और सरकार इसके प्रति समर्पित हैं. यहीं वह तथ्य हैं जो भाजपा को अन्य पार्टियों से अलग करती हैं. सभी विपक्षी पार्टियां परिवार आधारित हैं. इन सभी की नजर वोटबैंक सियासत पर रहती है.सरकार में रहने के दौरान इसी मानसिकता से कार्य किया जाता है. इसमें परिवार से सम्बन्धित जनपद और क्षेत्र वीआईपी माने जाते हैं. इनको छोड़ कर अन्य किसी भी जिले को चौबीस घण्टे बिजली नसीब नहीं होती थी. योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही इस परम्परा को समाप्त कर दिया था.उन्होंने बिना भेदभाव के पूरे प्रदेश के समग्र विकास का संकल्प लिया था.प्रत्येक नगर गांव को वीआईपी माना.इसी के अनुरूप बिजली अपूर्ति और विकास कार्यों को क्रियान्वित किया गया.

चित्रकूट का प्रशिक्षण शिविर उत्साह के माहौल में आयोजित हुआ. चार दशक बाद किसी सरकार को लगातर दूसरी बार जनादेश प्राप्त हुआ था.उप चुनावों में मुख्य विपक्षी के सर्वाधिक सुरक्षित गढ़ भी ध्वस्त हो गए थे. राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को शानदार सफ़लता मिली थी.डेढ़ दर्जन विपक्षी पार्टियां मिल कर भी राजग का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं हैं. वस्तुत भाजपा को यह मुकाम उसकी केंद्र और प्रदेश सरकारों द्वारा किए जा रहे जनहित के कार्योँ से मिला है. शिविर में इसी को जारी रखने का मंसूबा दिखाई दिया.

साँस्कृतिक राष्ट्रवाद और सुशासन भाजपा का संबल है. उसका मानना है कि राष्ट्रीय स्वाभिमान किसी देश को शक्तिशाली बनाने में सहायक होता है। देश में इसी विचार के जागरण की आवश्यकता है।अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण व भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में है। नरेन्द्र मोदी ने आठ वर्ष और योगी आदित्यनाथ ने पांच वर्ष में संस्कृति और सुशासन को नया आयाम दिया है. इसमें दो वर्ष वैश्विक कोरोना महामारी का प्रकोप रहा। इसने दुनिया के विकसित देशों को भी हिला कर रख दिया था. सभी देशों की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव हुआ। इससे अभी संभलने का प्रयास चल रहा था,तभी रूस यूक्रेन संकट सामने आ गया.

इन सभी कारणों से पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ी है। अमेरिका व यूरोप के विकसित देशों में कई दशक कर बाद ऐसी मंहगाई देखी जा रही है। नरेंद्र मोदी सरकार ने तो इस अवधि में दुनिया की सबसे बड़ी निशुल्क राहत वितरण योजना का संचालन किया। दुनिया का सबसे बड़ा निशुल्क टीकाकरण अभियान चलाया। इसके अलावा राहत के अनेक कार्य किये गए। उत्तर प्रदेश भी ऐसी सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में नंबर वन है. देश में सत्तर वर्ष बाद एक विधान एक निशान लागू हुआ। पाकिस्तान, बांगलादेश,अफगानिस्तान के उत्पीड़ित हिन्दू बौद्ध,सिख,पारसी परिवारों को न्याय मिला. नागरिकता संशोधन कानून लागू हुआ। इसका जिस प्रकार विरोध किया गया उससे जाहिर हुआ कि मोदी सरकार ना होती तो इन उत्पीड़ितों की सुनने वाला कोई नहीं था। आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी है.

इसलिए देश विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। मोदी ने अपनी दूरदर्शी नीतियों,समर्पण और टीम इंडिया की भावना के साथ देश के लोकतंत्र को एक नई दिशा दी है। करोड़ों की संख्या में गरीबों के लिए आवास शौचालय बनाये गए. निशुल्क गैस सिलेंडर दिए गए। स्वरोजगार के लिए मुद्रा बैंक ने बड़ी संख्या में लोगों को लाभान्वित किया। स्वनिधि योजना से भी गरीब व्यवसायियों को लाभ मिल रहा है। अब तक का सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज दिया गया। कोरोना काल में अस्सी करोड़ लोगों को निशुल्क राशन की व्यवस्था की गई। जन औषधी दवा केन्द्र की संख्या अस्सी से बढ़कर पांच हजार हो गई। करीब सवा सौ नये मेडिकल कालेज खुले है। यूपीए के दस वर्ष में भारतीय रेल ने मात्र चार सौ तेरह रेल रोड ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण किया। मोदी सरकार ने इससे तीन गुना अधिक निर्मांण किया। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के पन्द्रह करोड़ से ज्यादा लाभार्थी है। यह दुनिया की सबसे सस्ती योजना है। बिजली उत्पादन चालीस प्रतिशत वृद्धि हुई। सोलर ऊर्जा में आठ गुना वृद्धि हुई। फसल बीमा योजना का लाभ पहले पचास प्रतिशत नुकसान पर मिलता था.

अब किसान को तैतीस प्रतिशत पर भी मिल जाता है। युरिया को नीम कोटेड किया कलाबाजारी खत्म हुई। देश मे युरिया की कोई कमी नहीं है। किसानों को सम्मान निधि दी जा रही है। पिछली सरकारों के समय बावन सेटेलाईट लाँच किये थे। मोदी सरकार ने अब तक देशी विदेशी करीब तीन सौ सेटेलाईट लाँच कर चुकी हैं. पांच वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश की राजनीति सपा और बसपा में सिमटी थी। एक पार्टी से मतदाता नाराज हुए तो दूसरी पार्टी को ले आये। उससे नाराज हुए तो फिर बदलाव कर दिया। सरकारें बदलती थी.

व्यवस्था में बदलाव नहीं होता था। मतलब जन आकांशा पूरी नही होती थी। फिर भी विकल्प हीनता की स्थिति थी। साढ़े चार वर्ष पहले मतदाताओं ने विकल्प के रूप में भाजपा को मौका दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जानते थे कि केवल सरकार का बदलना पर्याप्त नहीं है। इसलिए उन्होंने सबसे पहले व्यवस्था में बदलाव व सुधार किया। निवेश व विकास के अनुकूल माहौल बनाया गया। इसके सकारात्मक परिणाम मिलने लगे है। कई योजनाओं में योगी सरकार की उपलब्धि सत्तर वर्षों पर भारी है.

योगी के प्रयासों से निवेश का सर्वाधिक आकर्षक प्रदेश बन गया है. एंटी रोमियो स्क्वाड से मिशन शक्ति तक की कोशिशों से महिलाएं सुरक्षित सम्मानित हैं। स्वावलम्बन की मिसाल बन रही हैं। पांच वर्ष पहले बेरोजगारी दर सत्रह प्रतिशत थी। अब चार प्रतिशत है। योगी के कोरोना आपदा प्रबंधन की सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन व नीति आयोग ने की है। पहले उत्तर प्रदेश साम्प्रदायिक दंगों की चपेट में था। योगी शासन में प्रदेश दंगों से मुक्त रहा। अपराधियों माफिया के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति पर अमल किया गया। प्रशिक्षण शिविर में
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा सांस्कृतिक मूल्यों, ऐतिहासिक,पौराणिक मुद्दों को लेकर अग्रणीय बनी है.

भाजपा सामूहिक चिंतन और राष्ट्रवाद के विचार पर विश्वास करती है. इसी लिए उस पर जनता का विश्वास कायम है. तीन दिनों के चिंतन सभी सहभागियों को इसका अनुभव हुआ. पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व विकास हुआ है. पांच वर्ष पहले इस चित्रकूट में आना बहुत चुनौतीपूर्ण था। पांच वर्ष पहले सरकार ने एजेंडे पर बुंदेलखंड सबसे ऊपर रखा.यहां की समस्याओं का समाधान किया गया. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और हर घर नल की योजना आदि से बुंदेलखंड की तसवीर बदल रही है. इसी के साथ सम्पूर्ण प्रदेश का समग्र विकास किया जा रहा है.

(उपरोक्त, लेखक के निजी विचार है….!!)

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