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यदि लोगों को समय पर मिलती ऑक्सीजन, तो देश में छब्बीस हजार और यूपी में 3172 बच्चे अपने माता पिता को नहीं खोते: लोकदल

लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रधानमंत्री के भाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह समय भाषण देने का नहीं है देश स्वास्थ की लड़ाई से जूझ रहा है, ऐसे में देश ने ऑक्सीजन की कमी को देखा है कैसे लोग सड़कों पर दम तोड़े है। भारत में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने अपनी चपेट में लाखों लोगों को ले लिया है।

इस भयंकर महामारी के दौरान देश के कई राज्यों के सरकारी और निजी अस्पतालों में भारी स्वस्थ से संबंधित सुविधा नहीं मिली। केंद्र और राज्य की पोल खुल गई।ऑक्सीजन और दवाओं के अभाव के कारण लोगों को सही वक्त पर इलाज तक नहीं मिल पाया। जिससे भारी संख्या में मौतें हुई है। कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की सच्चाई दुनियाभर के सामने आ चुकी है। जिसके चलते देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री की हर तरफ झूठ का पर्दा खुल गया।

कोरोना वैक्सीन और ऑक्सीजन की किल्लत के साथ-साथ देश के अस्पतालों में बेसिक सुविधाओं के ना मिलने की वजह से भी मरीजों को जान देकर चुकानी पड़ी है।अब देश में कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव आने वाला है सरकार का तैयारी का पता नही है। कोरोना के तैयारी से लड़ने के बजाए केंद्र और प्रदेश की लड़ाई सोशल मीडिया और ट्विटर साइन को लेकर चल रहा है। ऐसे में देश और प्रदेश इस महामारी की लड़ाई कैसे जीतेगा। कई राज्यों में मौतों का सिलसिला अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्र की लड़ाई प्रदेश स्तर पर भी दिखाई दे रहा है।

मोदी जी बोल रहे है कि हमने दूसरी लहर के दौरान युद्धस्तर पर काम किया, यदि युद्ध स्तर पर काम किया होता तो देश के 25 हजार बच्चों के मां बाप का साया सिर से उठ नहीं पाता बच्चे अनाथ नहीं होते। यह कहना गलत होगा सभी को ऑक्सीजन दी। मैंने सुना था, बेशर्मी की भी कोई सीमा होती है…भाषण नहीं माफ़ी मांग ना चाहिए।

कोरोना संक्रमण के चलते अस्पतालों में लोग इलाज के अभाव में तड़प रहे थे। जब देश में कोरोना के कारण मौत का तांडव चल रहा था। तब पीएम मोदी और भाजपा के नेता चुनावों में व्यस्त थे। पीएम मोदी ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान उनकी सरकार ने युद्ध स्तर पर लूटने का काम किया है।

देश में स्वास्थ्य की बुनियादी ढांचा कमजोर है। देश में वेंटीलेटर, ऑक्सीजन महामारी से संबंधित दवाइयां, महामारी से लड़ने के लिए वैक्सीन की भारी कमी है इसकी व्यवस्था को ना देखते हुए केंद्र और प्रदेश की सरकार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है। सिर्फ वोटों की राजनीति नहीं करनी चाहिए मतलब करोना को हराना होगा।सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात के जरिए सरकार की नीतियों का महिमामंडन करने में लगे रहते हैं। लेकिन जनता के सवालों से दूर भागते हैं।

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