दाद, खाज या खुजली, कोई भी ऐसी समस्या से परेशान हो सकता है। दाद त्वचा की ऊपरी परत पर होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बड़ी ही आसानी से फैल सकता है। दाद एक ऐसा फंगल इंफेक्शन होता है, जो हाथ, पैर, गर्दन या अंदरुनी अंगों में कहीं भी हो सकता है। दिखने में यह किसी जख्म की तरह होता है। त्वचा रोग की इन बीमारियों का समय रहते इलाज नहीं कराया जाए, तो ये विकराल रूप ले लेती है। पीड़ित इस समस्या से निजात पाने के लिए कई अलग अलग उपचार करते हैं, लेकिन फिर भी सभी को इससे छुटकारा नहीं मिल पाता। इसी के चलते हम आपको दाद, खाज और खुजली की समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक नुस्खा बताने जा रहे है।
रसायनिक चीज़ों: साबुन, चूना, सोडा, डिटर्जेंट आदि का ज़्यादा प्रयोग, कब्ज़, रक्त विकार, महिलाओं में मासिक धर्म की गड़बड़ी और किसी दाद, खाज, खुजली वाले व्यक्ति के कपड़े पहनने से यह रोग हो सकता है।
लक्षण: इस रोग में त्वचा पर छोटे-छोटे लाल दाने निकल आते हैं, इनमें खुजली होती है और खुजलाने के बाद जलन होती है। बाद में ये दाग़ के रूप में फैलने लगते हैं। यदि पूरे शरीर में एक्ज़िमा हो गया है तो बुखार भी आ सकता है।
दाद (रिंगवार्म) से कैसे बचें?
दाद-खाज और खुजली से बचने के लिए अपने आहार और जीवनशैली में ये सारे बदलाव लाने ज़रूरी हैं। अपने आहार में निम्न सारे आहार शामिल करने से फंगल संक्रमण होने का खतरा कम होता है-
विटामिन-ई से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इसकी मदद से हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है जिसकी मदद से शरीर ल्यूकोसाइट्स का उत्पादन करता है तथा फंगस को नष्ट करने में मदद करता है। विटामिन-ई के लिए जैतून का तेल, सूरजमुखी का तेल, अखरोट, मसूर की दाल, पालक, बादाम, तिल आदि का सेवन करें।
भोजन में लौंग का प्रयोग करें। इसके सेवन से फंगल संक्रमण दूर होता है।
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए तथा संक्रमित व्यक्ति द्वारा प्रयोग किए गए कपड़े, वस्तुएँ आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसे पालतु जानवरों से भी दूर रहना चाहिए जो संक्रमित होते हैं।
अधिक पसीने से परहेज रखना चाहिए इसके लिए एंटी-फंगल का इस्तेमाल करें।
-साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए तथा संक्रमित व्यक्ति द्वारा प्रयोग की हुई वस्तुओं को प्रयोग नहीं करना चाहिए।
अत्यधिक नमकीन एवं मीठे खाद्य पदार्थ, गुड़, चॉकलेट, सोडा युक्त पेय पदार्थ, अत्यधिक तला-भुना एवं मिर्च मसालेदार भोजन, जंक फूड, शराब, धूम्रपान तथा अन्य नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। दाद वाली जगह पर बार-बार खुजलाना नहीं चाहिए।
घरेलू उपाय :
-लहसुन में अजोइना नाम एक प्राकृतिक एंटी फंगल एजेंट होता है जो फंगल संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है। लहसुन की एक फांक छीलकर उसकी पतली स्लाइस काट लें, प्रभावित क्षेत्र पर पतली स्लाइस को रखे और उसके चारों ओर एक पट्टी लपेट लें और रात भर के लिए इसे छोड़ दें। इसकी जगह पर लहसुन के पेस्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
– नीम के पत्ती को दही के साथ पीसकर लगाने से दाद जड़ से साफ हो जाते हैं।
-नींबू के रस में सूखे सिंघाड़े को घिस कर लगाएं। पहले तो कुछ जलन होगी फिर ठंडक मिल जाएगी, कुछ दिन तक इसे लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
– तीन बार दिन में एक बार रात को सोते समय हल्दी का लेप करते रहने से दाद ठीक हो जाता है।
– दाद होने पर गर्म पानी में अजवाइन पीसकर लेप करें।दाद एक सप्ताह में ठीक हो जाएगा।
– अजवाइन को पानी में मिलाकर दाद धोएं।
– दाद होने पर गुलकंद और दूध पीने से फायदा होगा।