पाकिस्तान में जब से प्रधानमंत्री की कुर्सी पर शहबाज शरीफ विराजमान हुए हैं, तब से इमरान खान की सांसें अटकी पड़ी हैं। वो सत्ता पाने के लिए छटपटाए जा रहे हैं। प्रधामंत्री की कुर्सी पर विराजमान होने के लिए इमरान नए-नए पैंतरे आजामा रहे हैं। इस बीच #इमरान_खान पर सरकार ने शिकंजा और कस दिया है।
इमरान खान के नेतृत्व वाली तत्कालीन पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समय अमेरिका से आए विवादित कूटनीतिक संदेश के मामले में पूछताछ के लिए अब फेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एफआईए) ने इमरान खान को तलब किया है।
कभी अपनी विरोधी पार्टी पर हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में बीते दिनों इमरान ने मार्च निकालने का ऐलान किया था। उन्होंने यह मार्च शहबाज शरीफ के खिलाफ निकालने का ऐलान किया था, जिसमें पीटीआई के कई नेता शामिल हुए थे।
उन्हें को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। एफआईए पाकिस्तान के खुफिया जांच एजेंसी है। इसकी तरफ से मियां शब्बीर हुसैन ने इमरान खान को पत्र भेजा है, जिसमें उनसे तीन नवंबर को 12 बजे दिन में हाजिर होने को कहा गया है।
उन्होंने शहबाज शरीफ के खिलाफ जमकर निशाना भी साधा था। बता दें कि इमरान खान ने रैली लाहौर से राजधानी इस्लामबाद निकालने का फैसला किया था, लेकिन अब उनके साथ कुछ ऐसा हुआ है।