ठंड के मौसम में सर्दी-खांसी होना आम बात है। लेकिन गर्भावस्था में इम्यूनिटी सिस्टम के कमजोर होने की वजह से वायरल इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए ऐसी महिलाओं को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। सर्दी-जुकाम होने पर किसी भी गर्भवती महिला को बिना डॉक्टर की सलाह के दवा नहीं लेनी चाहिए।
लेकिन इन घरेलू नुस्खों के जरिए बचाव जरूर कर लेना चाहिए। तो चलिए जानें वौ कौन से घरेलू नुस्खें हैं जिनके जरिए खांसी और सर्दी से बचा जा सकता है।ज्यादा ही खांसी की समस्या होने पर गर्भवती महिलाओं को केवल गुनगुना पानी पीना चाहिए। इसके अलावा तुलसी, अदरक, शहद वाली चाय पीने से भी जुकाम और खांसी में राहत मिल सकती है। और इसमें किसी तरह का साइइफेक्ट्स नहीं हैं।
अगर सर्दी होने पर बंद नाक परेशान कर रही है तो गर्म पानी की भाप लें। किसी बर्तन में पानी गर्म करके उसके ऊपर चेहरे को ले जाएं और सिर को तौलिए से ढंक लें। इससे बंद नाक खुल जाएगी और सिर में हो रहे दर्द में आराम मिल जाएगा।गर्भावस्था में महिलाओं को खुद का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। शरीर को गर्म कपड़ों से ढंक कर रखें। क्योंकि जुकाम के साथ बुखार होने पर ठंड लगती है जो गर्भस्थ शिशु की सेहत के लिए भी ठीक नहीं है।
अगर सर्दी होने पर बंद नाक से परेशानी हो रही है तो तकिया पर कुछ बूंदे यूकेलिप्टस के तेल की डाल कर सो जाएं। नाक में यूकेलिप्टस की महक जाएगी तो नींद अच्छी आएगी और बंद नाक में राहत मिलेगी।5 से 7 तुलसी एवं पुदीना के पत्तों को पानी में उबालकर सेवन करें। इससे खांसी ठीक हो जाती है। यह बहुत लाभदायक होता है।अपने शरीर को संक्रमण से दूर रखने के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान दें। कफ बनाने वाली चीजें ना खाएं। इस समय ना तो बहुत ठंडा खाएं और न ही बहुत गर्म। सूप और हरी पत्तेदार सब्जियों का इस्तेमाल ज्यादा करें।