भारत के कई राज्य से समय डेंगू बुखार की चपेट में हैं.पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक इस बुखार के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं. पश्चिम बंगाल में तो हालात बेकाबू नजर आ रहे हैं.
इस राज्य में अब तक डेंगू के करीब 40 हजार केस आ चुके हैं. दिल्ली में भी इस साल अब तक 3 हजार से ज्यादा केस आ चुके हैं. कई मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. डेंगू के कारण मरीजों की मौत भी हो रही है. पूरे देश में इस साल अब तक इस बुखार से करीब 90 मरीजों की मौत हो चुकी है. चिंता की बात यह है कि डेंगू के कारण कुछ मरीजों में प्लेटलेट्स का लेवल दूसरे दिन ही गिर रहा है. ऐसे में मरीजों की हालत बिगड़ रही है.
डॉक्टरों का कहना है कि इस बार डेंगू में हल्के बुखार में भी प्लेटलेट्स काउंट कम हो रहा है. ऐसे में लोगों को सलाह है कि बुखार होने के तुरंत बाद डेंगू की जांच जरूर करा लें. समय पर टेस्ट कराने से प्लेटलेट्स की संख्या का पता रहेगा और वक्त रहते ट्रीटमेंट हो सकेगा.
हल्के बुखार में भी गिर रही प्लेटलेट्स
कुछ मरीजों में हल्के बुखार में भी प्लेटलेट्स का लेवल गिर रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर जब मरीजों की प्लेटलेट्स काउंट की जांच की जा रही है तो वह 3 लाख से कम मिल रही है.
दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में डॉ. विजय कुमार बताते हैं कि कुछ मरीज बुखार आने के कई दिनों बाद डेंगू का टेस्ट करा रहे हैं. इस दौरान उनके शरीर में प्लेटलेट्स कम हो जाती है. जब टेस्ट की रिपोर्ट आती है तो प्लेटलेट्स काउंट कम मिलता है. कई दिनों से बने बुखार की वजह से ऐसा हो रहा है.
क्या कम प्लेटलेट्स खतरे का संकेत है?
दिल्ली एम्स में मेडिसिन डिपार्टमेंट में एडिशनल प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल बताते हैं कि डेंगू के बुखार में मरीजों का प्लेटलेट्स काउंट कम होने लगता है, लेकिन इसमें खतरा वाली बात नहीं है. प्लेटलेट्स 40 हजार भी है तो भी मरीज की जान जोखिम में नहीं होती. क्योंकि कुछ समय में प्लेटलेट्स काउंट फिर बढ़ने लगता है.लेकिन अगर इस दौरान इंटरनल ब्लीडिंग हो जाए तो मरीज की जान जोखिम में हो सकती है.
डॉ नीरज बताते हैं कि डेंगू में प्लेटलेट्स काउंट कम होने से उतना खतरा नहीं है, लेकिन अगर ब्रेन या शरीर के किसी दूसरे हिस्से में ब्लीडिंग हो जाए तो ये खतरे का संकेत है. ऐसे में लोगों को सलाह है कि अगर बुखार आ रहा है तो समय पर डेंगू का टेस्ट करा लें. अगर डेंगू की पुष्टि होती है तो खुद से इलाज बिलकुल न करें और डॉक्टर की सलाह लें. डेंगू के दौरान शरीर में पानी की कमी न होने दें. लिक्विड डाइट ज्यादा से ज्यादा लें. इससे प्लेटलेट्स का डाउन हुए लेवल को भी फिर से कंट्रोल किया जा सकता है.
ये हैं डेंगू के खतरनाक लक्षण
उल्टी और दस्त
शरीर पर दाने निकलना
तेज बुखार बने रहना
सिर में तेज दर्द