उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में सराफा व्यवसायी से 19 लाख नगद, 12 लाख के सोने व 4 लाख की चांदी की लूट मामले में बस्ती के एसपी हेमराज मीणा ने बड़ी कार्रवाई की है. एसपी ने मामले में पुरानी बस्ती थानाध्यक्ष समेत 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

लूटकांड में पुरानी बस्ती थाने में तैनात एसआई धर्मेंद्र यादव और 2 कांस्टेबल महेंद्र यादव व संतोष यादव तैनात थे. एसपी ने इन तीनों को बर्खास्त कर दिया है. लापरवाही में पुरानी बस्ती थानाध्यक्ष अवधेश राज सिंह समेत 9 पुलिसकर्मियों को भी निलम्बित कर दिया गया है.

एसपी की जांच में थाने में तैनात थानाध्यक्ष समेत 9 पुलिसकर्मी दोषी पाए गए. जांच में सामने आया कि लूट में शामिल पुरानी बस्ती थाने में तैनात दरोगा धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेंद्र यादव और संतोष यादव ड्यूटी से लापता हो गए. बिना बताए ड्यूटी पर तैनात दारोगा और सिपाही थाने से गोरखपुर पहुंच गए.

यहां पुलिस वर्दी में सराफा व्यवसायी से लूट की घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए. थाने से बिना बताए गायब होने की सूचना न तो एसपी को दी गई, न ही कार्यालय को. इस पर एसपी ने लापरवाही में शामिल थानाध्यक्ष समेत 9 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया.

गोरखपुर में महाराजगंज के सराफा व्यवसायी से गोरखपुर में लूट की घटना हुई थी. पुरानी बस्ती थाने में तैनात एसआई और दो सिपाहीयों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था. सराफा व्यवसायी की तहरीर पर गोरखपुर के कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.

पीडि़त ने पुलिस की वर्दी में लूट की बात कही थी. गोरखपर कैंट थाने की पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की जांच की, जिसके बाद गोरखपुर की पुलिस ने पुरानी बस्ती थाने पर तैनात लुटेरे दरोगा धर्मेन्द्र यादव, कांस्टेबल महेन्द्र यादव और कांस्टेबल संतोष यादव को अरेस्ट किया. इन के पास से लूट का पैसा और सामान बरामद हुआ है.