हर किसी की चाहत होती है कि उसका पैसा निवेश करने के बाद जल्द से जल्द बढ़ जाए. इसी के साथ उसे इस बात की पूरी गारंटी चाहिए कि उसका किसी भी तरह से डूब ना पाए. यानी उसे इस बात की गारंटी चाहिए कि पैसे डबल होने के साथ सुरक्षित भी रहे. इसके लिए आप पोस्ट ऑफिस की स्कीम ले सकते हैं. क्योंकि पोस्ट ऑफिस ही एक मात्र ऐसा जरिया है जहां पैसा न तो डूबेगा और बैंक से जल्द डबल होगा यानी बैंक से अधिक ब्याज मिलेगा. क्योंकि इस बात की गारंटी खुद भारत सरकार देती है. यही नहीं पोस्ट ऑफिस में आप कितना भी पैसा जमा कर सकते हैं और इसकी सुरक्षा की पूरी गारंटी भारत सरकार की होगी.
इसका मतलब ये हुआ कि आप पोस्ट ऑफिस की स्कीम में करोड़ों रुपये निवेश कर सकते हैं जिसने डूबने की पूरी गारंटी है. लेकिन ऐसी गारंटी देश के सरकारी और प्राइवेट बैंकों में नहीं है. क्योंकि सरकार देश के सरकारी और प्राइवेट बैंक में जमा केवल 1 लाख रुपये ही गारंटीड देती है. यानी अगर आपने बैंक में दस लाख रुपये जमा किया है और बैंक दिवालिया हो जाता है तो आपको सरकार केवल एक लाख रुपये ही देगी. फिर चाहे आपने 20 लाख रुपये जमा किए हों या एक करोड़. लेकिन बैंक के दिवालिया होने पर आपको एक लाख रुपये ही वापस मिलेगा. मगर पोस्ट ऑफिस में ऐसा नहीं है यहां आपका पूरा पैसे सुरक्षित है.
ये हैं पोस्ट ऑफिस की शानदर स्कीम्स
किसान विकास पत्र (KVP)- पोस्ट ऑफिस की स्कीम में आपको 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है.
पोस्ट ऑफिस आरडी (RD)- इस स्कीम में खाताधारक को 7.2 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाता है.
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (TD)- इस स्कीम में आपको एक साल और दो साल की जमा पर 6.9 फीसदी ब्याज मिलता है. वहीं पांच साल की जमा पर आपको 7.7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.
सार्वजनिक भविष्य निधि खाता (PPF)- इस स्कीम के तहत आपको 7.9 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाएगा.
राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC)- इस स्कीम में आपको 7.9 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है. बता दें कि सरकार इन जमा योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा हर तीन महीने बाद करती है. इस दौरान इनको घटाया-बढ़ाया जा सकता है या इनमें कोई बदलाव नहीं किया जाता है.
बता दें कि पोस्ट ऑफिस के किसान विकास पत्र को आप अकेले या संयुक्त नाम से भी खरीद सकते हैं. इसके अलावा ये नाबालिग के नाम भी खरीदा जा सकता है. किसान विकास पत्र को पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है. इसमें आपको नॉमिनेशन की सुविधा भी मिलती है. इसे एक दूसरे के नाम ट्रांसफर किया जा सकता है. किसान विकास पत्र को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर कराया जा सकता है. वहीं अगर आपको बीच में ही पैसों की जरूरत पड़ जाए तो आप इसे कम से कम ढाई साल बाद कैश कराया जा सकता है.