अमेरिका व ईरान (Iran) के बीच युद्ध भले ही अभी टलता दिख रहा हो, लेकिन ईरान (Iran) शांत बैठने के मूड में नहीं है। ईरान (Iran) अपने कट्टर शत्रु अमेरिका व इजराइल के विरूद्ध परमाणु हड़ताल की तैयारी कर रहा है। इस खतरे को इजराइल व अमेरिका अब अच्छी ढंग से भांप चुके हैं। इजराइल के पीएम ने एक बार फिर संसार को ईरान (Iran) के विरूद्ध एक जुट होने के लिए बोला व पुतिन की मौजूदगी में ट्रंप को धन्यवाद भी कह डाला है।
इजराइल के पीएम ने बोला कि ईरान (Iran) का एकमात्र मकसद इजराइल को समाप्त करना है, इसलिए उसकी बढ़ती परमाणु ताकत को रोकना होगा। अमेरिका पहले ही कह चुका है कि वह ईरान (Iran) को परमाणु हथियार विकसित करने नहीं देगा। वहीं जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन जैसे देश अब ईरान (Iran) के बढ़ती परमाणु ताकत के विरूद्ध संयुक्त देश तक पहुंच गए हैं। संसार भर के राष्ट्रों को अपने विरूद्ध एकजुट होते देख ईरान (Iran) भी आक्रामक तेवर दिखा चुका है व इन सभी राष्ट्रों को अमेरिका का नौकर तक बुला चुका है।
वहीं ईरान (Iran) के हमले में घायल हुए अमेरिकी सैनिकों को लेकर पेंटागन ने अब एक नया कबूलनामा किया है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने माना है कि ईरान (Iran) के हमले से उसके 34 सैनिकों को गहरा मानसिक आघात लगा है.
हमले के बाद 34 सैनिकों को हुए इस आघात के बाद उन्हें देश के बाहर ले जाया गया है। जर्मनी में इन सभी सैनिकों का उपचार हो रहा है।
अमेरिका का ये बयान तब आया है जब उसने पहले माना था कि किसी सैनिक को कोई नुकसान नहीं हुआ। बाद में 11 सैनिकों की बात कबूली थी व अब 34 सैनिकों का कबूलनामा अमेरिका ने किया है। अमेरिका अपने शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराने के बाद ईरान (Iran) ने 8 जनवरी को इराक में उन सैनिकों अड्डों पर मिसाइल से हमला किया था, जहां अमेरिकी सैनिक रहते हैं.
इजराइल के पीएम ने कहा, ‘मैं बहुत ही चिंतित हूं कि अब तक हम सब संसार में यहूदियों के सबसे बड़े शत्रु के विरूद्ध एकजुट नहीं हो पाए हैं। एक ऐसा देश जो खुलेआम परमाणु हथियार बनाने की धमकी देता है व हमेशा यहूदियों को समाप्त करने की बातें करता है। ‘ उन्होंने आगे कहा, ‘इजराइल, ट्रंप व उप राष्ट्रपति पेंस को तेहरान के अत्याचार के विरूद्ध कार्रवाई के लिए शुभकामना देता है। तेहरान पूरी संसार की शांति के लिए खतरा है। मैं सारी संसार की सरकारों से अपील करता हूं कि ईरान (Iran) के विरूद्ध एकजुट हो जाएं। ‘
ईरान (Iran) के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की मर्डर के बाद से ही अमेरिका व ईरान (Iran) के बीच जारी तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अपने कमांडर की मृत्यु का बदला लेने के लिए ईरान (Iran) बगदाद स्थित अमेरिकी ठिकानों को लगातार निशाना बना रहा है। इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट हमला हुआ है। रविवार रात बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास पांच रॉकेट गिरने की समाचार है। बताया जा रहा है कि बगदाद में टाइग्रिस इलाके के पश्चिमी बैंक की तरफ रविवार रात तेज धमाकों की आवाज सुनी गई, जहां अमेरिकी दूतावास व अधिकतर अन्य विदेशी राजनयिक मिशन स्थित हैं। बाद में इराक के सुरक्षा बलों ने एक बयान में बोला कि पांच रॉकेटों ने उच्च सुरक्षा वाले ग्रीन जोन पर हमला किया। हालांकि इस हमले में किसी के हताहत होने की समाचार नहीं है।