बर्लिन। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल समेत दर्जनों जर्मन नेताओं के निजी डेटा चोरी (Data Leak) कर उन्हें ऑनलाइन जारी कर दिया गया। सार्वजनिक की गयी जानकारी में घर का पता, मोबाइल नंबर, फोन नंबर, पत्र, बिल और पहचान पत्र की प्रतियां शामिल हैं। नेताओं के अलावा हस्तियों और पत्रकारों के भी निजी डाटा लीक हुए हैं,जिसमें उनके प्रियजनों और बच्चों से किए गए चैट और वॉयसमेल संदेश भी शामिल हैं।
सरकार की प्रवक्ता मार्टिना फिट्ज ने पुष्टि
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि हैकर्स ने नेताओं को निशाना बनाया या वे अंदरूनी तौर पर लीक किए गए। सरकार की प्रवक्ता मार्टिना फिट्ज ने इस संबंध जानकारी देते हुए कहा कि सैकड़ों नेताओं और हस्तियों के निजी डेटा और दस्तावेज इंटरनेट पर प्रकाशित किए गए। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि चांसलर एंजेला मर्केल का डेटा भी लीक हुआ है।
फिट्ज ने कहा सरकार इस घटना को काफी गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों में संसद के निचले सदन के सदस्य और यूरोपीय संसद के सदस्यों के साथ ही क्षेत्रीय और स्थानीय विधानसभाओं के नेता शामिल हैं।
बर्लिन के राजनीतिक दलों ने जताई गंभीर चिंता
फिट्ज ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चलता है कि मर्केल के कार्यालय से संवेदनशील सूचना या डेटा लीक नहीं हुआ है। फ़िलहाल बर्लिन के राजनीतिक दलों ने इस मामले पर गंभीर चिंता जताई है।
घटना लोकतंत्र पर हमला : बार्श
कानून मंत्री कटरीना बार्ले ने बयान जारी कर कहा कि इसके पीछे जो भी है वह हमारे लोकतंत्र और इसके संस्थानों में भरोसा को तोड़ना चाहता है। वामपंथी लिंके संसदीय समूह के प्रमुख डायटमार बार्श ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है।