राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि नयी शिक्षा नीति में भी कक्षा छह से हुनर सीखने की व्यवस्था है। इससे आगे चलकर बच्चों के जीवन में क्रान्तिकारी बदलाव एवं आत्म विश्वास आयेगा। उन्होंने राजभवन के गांधी सभागर में राजभवन के बत्तीस महिलाओं एवं बालिकाओं को आस्मा हुसैन इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलॉजी द्वारा दी गयी स्किल डेवलेपमेंट ट्रेनिंग चिकनकारी एवं ड्रेस मेकिंग प्रशिक्षण की समाप्ति पर बच्चों को प्रमाण-पत्र तथा सिलाई मशीन प्रदान की।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि राजभवन में चिकनकारी की ट्रेनिंग के लिए राज्य सरकार व उद्यमिता विकास संस्थान के सहयोग से तीन माह का प्रशिक्षण शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि हर बच्चे की कुछ न कुछ सीखने की इच्छा होती है। राजभवन के बच्चों की इच्छापूर्ति का माध्यम राजभवन बना है। प्रशिक्षण प्राप्त करने से बच्चों का उत्साहवर्द्धन तो हुआ ही है इसके साथ ही वे रचनात्मक दिशा में भी अब और आगे बढ़ने का काम करेंगे।
राज्यपाल ने प्रशिक्षाणार्थियों से कहा कि वे प्रशिक्षण प्राप्त कर घर में न बैठें बल्कि बाजार की मांग के अनुसार नयी डिजाइन के गुणवत्तायुक्त परिधान तैयार करें। ऐसा करने से उनकी आमदनी बढ़ेगी तथा वे आत्मनिर्भर होंगी। उन्होंने कहा कि आप सभी को कम्प्यूटर पर नवीनतम डिजाइन तैयार करने का भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में महिलाओं की स्थिति बहुत ही दयनीय थी लेकिन अब साक्षरता बढ़ने से तेजी से बदलाव आ रहा है। महिलाओं में स्वावलंबन की भावना जगी है, इसमें स्वयं सहायता समूह अभियान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।