नई दिल्ली। भारतीय रेल समाज के सभी वर्गों के लिए यातायात का एक बहुत बड़ा माध्यम है। रेलवे समस्तजनों की आकांक्षाओं को पूरा करने का भरसक प्रयास करती है। इस सम्बन्ध में रेल यात्रियों को कम मूल्य पर पौष्टिक और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है।
रेलगाड़ियों के सामान्य डिब्बों में यात्रा करने वाले यात्रियों को सस्ता खाना, स्नैक्स, कॉम्बो मील और किफायती दर पर पैकेटबंद पेयजल की सेवा प्रदान करने के लिए प्लेटफॉर्म पर सामान्य श्रेणी के डिब्बों के लगने के निकट सस्ता खाना, स्नैक्स, कॉम्बो मील का प्रावधान किया गया है।
20 रुपए के मूल्य पर उपलब्ध कराये जाने वाले “इकोनॉमी खाना” (economy food) के अन्तर्गत सात पूरियां (175 ग्राम), आलू की सूखी सब्जी (150 ग्राम) और अचार होता है। 50 रुपए मूल्य पर उपलब्ध कराये जाने वाले 350 ग्राम के स्नैक्स मील के अंतर्गत दक्षिण भारतीय चावल अथवा राजमा वो छोले-चावल अथवा खिचड़ी अथवा कुलचे व भटूरे-छोले अथवा पाव भाजी अथवा मसाला डोसा होता है। एक गिलास पीने का पानी (200 एमएल), 3 रुपए में प्रदान किया जा रहा है।
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उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने बताया कि रेलयात्रियों को स्वच्छ रूप से तैयार किया गया पौष्टिक “इकोनॉमी खाना” उपलब्ध कराया जा रहा है। “इकोनॉमी खाना” (economy food) की गुणवत्ता और स्वच्छता को बनाये रखने के लिए निगरानी भी की जा रही है। उत्तर रेलवे अपने सभी उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी