ब्रिटेन (UK) में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के सबसे बड़े समूह के रूप में भारतीय छात्रों (Indian Studensts) ने पहली बार चीनी छात्रों (Chinese Students) को बहुत पीछे छोड़ दिया है. गुरुवार को ब्रिटेन की ऋषि सुनक सरकार के आधिकारिक आव्रजन विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है. इन आंकड़ों के मुताबिक बीते कुछ सालों में भारतीय छात्रों को प्रदान किए जाने वाले वीजा की संख्या में 273 प्रतिशत की वृद्धि से यह संभव हो सका है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ONS) द्वारा जुटाए गए ब्रिटेन के गृह विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि स्किल्ड लेबर कैटिगिरी में वीजा हासिल करने वालों की सूची में भारतीय मूल के लोग टॉप पर हैं. इस आकड़े के मुताबिक, पिछले साल 2021 में कुल 56042 भारतीयों को इस श्रेणी में वीजा जारी किया गया था.
ब्रिटेन (UK) में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े पेशेवरों की श्रेणी के तहत प्रदान किए गए कुल वीजा में से सबसे अधिक 36 फीसदी वीजा भारतीय नागरिकों को प्रदान किए गए हैं. यह #पेशेवर ब्रिटेन में सरकार द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) में भारतीय योगदान को मजबूत करते हैं.
सरकार के अधिकृत आंकड़ों के मुताबिक तीन साल पहले यानी साल 2019 में कुल 34261 भारतीय छात्रों को#वीजा दिया किया गया जबकि इस साल 2022 में अभी तक कुल 127731 छात्रों को वीजा दिया जा चुका है.