विदेश सचिव विजय गोखले ने बोला कि हिंदुस्तान के पास संयुक्त देश में संसार के सामने चर्चा करने के लिए कई व भी अहम मामले हैं। आतंकवाद उनमें से एक हैं। हम कश्मीर के मामले पर नहीं आतंकवाद के मामले पर संसार से चर्चा करना चाहते हैं। संयुक्त देश सभा वैश्विक मुद्दों पर बात करने के लिए एक उच्च स्तरीय मंच है। उन्होंने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी का सम्बोधन एक जिम्मेदार देश के तौर पर सुरक्षा, आतंकवाद व शांति पर केंद्रित रहेगा। इस मौके पर पीएम इन अहम मुद्दों पर हमारी अपेक्षाओं व दूसरे राष्ट्रों की उम्मीदों पर बात करेंगे
हालांकि पाक पहले ही कह चुका है कि वह संयुक्त देश के मंच पर कश्मीर का मामला उठाएगा। पाक को कश्मीर के मामले पर दुनियाभर के राष्ट्रों से निराशा हाथ लगी है। हिंदुस्तान ने साफ किया है कि जम्मू और कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाया जाना उसका आंतरिक मुद्दा है। जबकि पाक ने बोला है कि वह संयुक्त देश की मीटिंग में कश्मीर मामले को अभूतपूर्व ताकत के साथ उठाएगा।
UNHRC में पाक की नाकामयाब कोशिश
जम्मू और कश्मीर के मामले पर संसार को हिंदुस्तान के विरूद्ध भ्रमित करने की पाक की प्रयास एक बार फिर से नाकामयाब हो गई। 19 सितंबर को संयुक्त देश मानवाधिकार परिषद में कश्मीर पर प्रस्ताव पेश करने का अंतिम दिन था, लेकिन पाक इसके लिए महत्वपूर्ण मत नहीं जुटा सका। सूत्रों के मुताबिक, पाक के कश्मीर पर प्रस्ताव को अधिकांश राष्ट्रों ने साथ देने से मना कर दिया।
यूएनआरसी में इस प्रस्ताव को प्रस्तुत करने के करने के लिए न्यूनतम 16 राष्ट्रों का साथ चाहिए था। पाक व इमरान खान पूरी संसार के सामने भले कश्मीर को लेकर गलत तथ्य पेश कर रहे हों, लेकिन संसार पाक के असलियत को जान गई है व इसलिए पाक को साथ नहीं रहा है।