भारत ने पाकिस्तान के साथ करतारपुर गलियारे को खोलने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर करने की रजामंदी व्यक्त करते हुए सोमवार को उससे पुन: अपील की कि वह यात्रियों की सुविधाओं को लेकर प्रति यात्री 20 डॉलर का शुल्क लेने के फैसले पर पुनर्विचार करे। विदेश मंत्रालय ने यहां जारी एक बयान में कहा, सरकार पाकिस्तान से निरंतर अपील करती रही है कि तीर्थयात्रियों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए उसे कोई यात्रा शुल्क नहीं लेना चाहिए। सरकार ने आज पाकिस्तान को बताया कि वह 23 अक्टूबर को करतारपुर साहिब गलियारे से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर करने को तैयार है।
बयान में कहा गया है कि समझौते पर हस्ताक्षर के लिए रज़ामंदी व्यक्त करने के साथ ही सरकार एक बार फिर पाकिस्तान से अपील करती है कि वह यात्रा शुल्क लेने के फैसले पर पुनर्विचार करे। भारत ने कहा है कि अगर पाकिस्तान राज़ी हो जाये तो वह समझौते के मसौदे में किसी भी समय बदलाव करने को तैयार है। 12 नवंबर 2019 को श्री गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश वर्ष से पहले ही इस गलियारे को खोला जाना है। अभी तक तय कार्यक्रम के अनुसार 08 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत की ओर से यात्री सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे।