राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने प्रदेश में लगातार तीन दिन से हो रही भयंकर बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की तबाह और बर्बाद हो रही फसलों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि इससे प्रदेश के किसान तबाह और बर्बाद हो गयें है क्योेकि कुदरत के प्रकोप ने किसानों की खून पसीनेे से सींची फसलों को खेतों में गिराकर उन पर वज्रपात कर दिया है।
गेंहू, दलहन, तिलहन, आलू, और आम की फसल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी। आम की पैदावार और उसकी गुणवत्ता पर भी इस बारिष और ओलावृष्टि का प्रतिकूल असर पडेगा।
अनिल दुबे ने इस बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि और आंधी से हुये नुकसान का आंकलन युद्वस्तर परकराकर किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग करते हुये कहा कि प्रदेश के अधिकांष किसान जिनकी सारी योजनाएं और उम्मीदे खेती पर टिकी रहती है उन किसानों की फसलें खराब हो गयी है और उनका सारा ताना बाना बिगड़ गया है और सरकार संवेदनहीन बनी हुयी है जिलों में फसलों के आकलन कराने और मुआवजा देने का कोई भी आदेश अभी तक नहीं पहुंचा है और न ही कोई सरकार द्वारा इस ओर कोई कदम उठाया जा रहा है।
दुबे ने प्रदेश सरकार से मांग की हैं कि सरकार यह सुनिष्चत करने का काम करें कि किसानों को उनकी फसलों का उचित मुआवजा तो मिले ही साथ ही फसल बीमा योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उपलब्ध कराया जाय और किसानों का शोषण तहसील और ब्लाक स्तर पर न हो। उन्होंने किसानों के सभी कर्जे और बकायों को माफ करने की भी मांग की है।