• नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
• आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) नंबर से मरीजों को लंबी कतार से मिलेगी मुक्ति
वाराणसी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के तत्वावधान में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) को लेकर शुक्रवार को कैंटोनमेंट स्थित एक होटल में पैथोलॉजी और लैब संचालकों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।
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कार्यशाला का उद्देश्य ईको सिस्टम को डिजिटलीकरण में परिवर्तित करना और आधार कार्ड की तरह आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) आईडी कार्ड के जरिये सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड को ऑनलाइन रखना है।
इससे वह व्यक्ति देश के किसी भी अस्पताल में उस आभा कार्ड के जरिये जांच व उपचार की सुविधा का लाभ उठा सकेगा। इसके साथ ही आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की भूमिका और रोगियों के लिए डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड के महत्व को बढ़ावा देना है। विशेष रूप से डायग्नोस्टिक रिपोर्ट जो रेफरल के मामले में या एक अलग स्वास्थ्य सुविधा का दौरा करते समय बार-बार आवश्यक होती है।
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कार्यशाला में पैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, डायग्नोस्टिक लैब संचालकों, इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलॉजिस्ट एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट (आईएपीएम) के प्रतिनिधियों सहित यूपी के विभिन्न जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित 180 लोगों ने प्रतिभाग किया।
इसके अलावा कार्यशाला में एनएचए के अधिकारियों ने प्रयोगशाला प्रबंधन जानकारी, समाधान (एलएमआईएस) और व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड (पीएचआर) के समाधान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
इस मौके पर एनएचए के प्रोग्राम मैनेजर नरेंद्र सिंह एवं एबीडीएम के संयुक्त निदेशक डॉ मोहित सिंह ने प्रतिभागियों को एबीडीएम के तहत हाल ही में शुरू की गई डिजिटल स्वास्थ्य प्रोत्साहन योजना (डीएचआईएस) के बारे में भी जानकारी दी। इसके साथ ही आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) आईडी कार्ड के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होने बताया कि डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए आभा कार्ड के जरिये अस्पतालों में लंबी कतारों से मुक्ति मिलेगी। मेडिकल रिपोर्ट को डिजिटल बनाया जाएगा। टेली कंसल्टेंसी से जरिये चिकित्सकों से ऑनलाइन परामर्श भी मिलेगा। आभा कार्ड वेबसाइट http://abha.abdm.gov.inऔर हेल्पलाइन नंबर 14477 के माध्यम से बनाया जा सकता है।
आभा नंबर क्यों जरूरी- डॉ नरेंद्र सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुडने का पहला कदम है। रोगी के पंजीकरण से लेकर उपचार तक की सभी जानकारी कागज रहित रखेगी। एबीडीएम से जुड़ी डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को खोजने में मदद मिलेगी, उससे जुड़े रहेंगे और नियमित लाभ मिलेगा।
विशेष सचिव (स्वास्थ्य) उत्तर प्रदेश सरकार डॉ मन्नान अख्तर के सहयोग से कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यशाला में आभा कार्ड बनाए जाने का प्रदर्शन कर भी दिखाया गया। इस कार्यशाला में डिप्टी सीएमओ डॉ पीयूष राय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता