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औरैया में सर्दी लगने से मासूम की मौत, झोलाछाप से कराते रहे इलाज, हालत बिगड़ने पर पहुचे जिला अस्पताल

औरैया। सर्दी के बढ़ते प्रकोप की चपेट में औरैया का एक आठ माह का मासूम में आ गया। परिजन एक झोलाछाप को दिखाते रहे। हालत बिगड़ने पर मंगलवार की सुबह परिजन मासूम को लेकर जिला अस्पताल गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था।

शहर के मोहल्ला ब्रह्मनगर निवासी देवेंद्र कुमार के आठ साल का मासूम अयांश को दो दिन पहले सर्दी लग गई। देवेंद्र ने किसी झोलाछाप को दिखाया और उपचार चल रहा था। हालत लगातार बिगड़ती चली गई। मंगलवार की सुबह हालत ज्यादा बिगड़ गई तो परिजन आनन फानन में उसे लेकर जिला अस्पताल में पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों में कोहराम मच गया।

चिकित्सकों की लोगो से अपील- चिकित्सकों ने लोगों से अपील की है कि ठंड के मौसम में केवल सर्दी-जुकाम ही नहीं है जो बच्चों को परेशान कर सकता है। इसके अलावा बुखार, उल्टी, दस्त, स्किन इंफेक्शन या रैशेज और फुंसियां, पेट दर्द, ड्राय कफ, डिहाइड्रेशन, निमोनिया, वायरल इंफेक्शन और कुछ मामलों में इन्फेंट डेथ सिंड्रोम के शिकार भी बच्चे हो सकते हैं। सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम की स्थिति जरूरत से ज्यादा कपड़े में बच्चे को लाद देने से हो सकती है।

इसके अलावा शरीर के टेम्परेचर का एकदम घट जाना यानी हाइपोथर्मिया की स्थिति भी बन सकती है। कई बार बहुत तेज धूप बच्चे को सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान भी दे सकती है।

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इसके अलावा घर में गर्मी के लिए अपनाए गए आर्टिफिशियल साधन जैसे हीटर या सिगड़ी आदि के ज्यादा उपयोग से भी तकलीफ हो सकती है। कोई भी तकलीफ पर उचित चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।

रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन

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