राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने कहा कि शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को नैतिक, आदर्श और मर्यादा का ज्ञान कराने की आवश्यकता है। विद्यार्थी जो पढ़ रहे हैं, उसका प्रैक्टिकल भी करवाया जाए। ऐसी लैब बनाई जाएं जहाँ वे अपने शिक्षा के ज्ञान को अनुभव में बदल सकें।
विद्यार्थियों के शोधों का लाभ जनसाधारण, किसानों एवं लघु उद्यमियों तक पहुँचना चाहिए, जिससे विद्यार्थी को भी आर्थिक लाभ हो और जनसाधारण कम दामों में गुणवत्तापूर्ण जांच, उपकरण तथा अन्य उपयोगी सामग्री प्राप्त कर सके। इससे वह भविष्य में वे निडर होकर ईमानदारी से अप कार्यों को करेंगे। उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी अन्य राज्यों में अथवा विदेश में शिक्षा के लिए पलायन न करें। इसके लिए प्रदेश के शिक्षा-संस्थानों में गुणवत्ता सुधार होना आवश्यक है।
आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय द्वितीय परिसर,जानकीपुरम में इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल सांइसेज हेतु भवन का शिलान्यास तथा नवनिर्मित अभियांत्रिकी संकाय के भवन का लोकार्पण किया। राज्यपाल ने प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में गुणवत्ता सुधार के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय को नेतृत्व करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में इस समय देश के शिक्षण संस्थानों को मार्ग दर्शन प्रदान करने की क्षमता है। राज्यपाल ने महिलाओं की शिक्षा और आर्थिक स्वावलम्बन पर विशेष जोर दिया। कहा कि जिन महिलाओं को विश्वविद्यालय में जूट से उत्पाद निर्माण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उन्हें निर्मित उत्पाद के विक्रय हेतु राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार से जोड़कर लाभ भी दिलाएं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्त होने से समाज सशक्त होता है। समग्र प्रगति के लिए महिलाओं की शिक्षा और आर्थिक स्वावलम्बन जरूरी है।