उत्तर भारत के राज्यों में गर्मी से कुछ हद तक राहत मिलने के आसार हैं। हालांकि, अब भी पारा औसत से अधिक चल रहा है, लेकिन पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बारिश का अलर्ट है।
मौसम विभाग ने बताया है कि पूर्वी भारत से हीटवेव शनिवार के बाद खत्म हो जाएगी। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, नॉर्थईस्ट भारत के राज्यों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी भारत, पूर्वी उत्तर प्रदेश, सेंट्रल इंडिया, इंटीरियर महाराष्ट्र और रायलसीमा के इलाकों में अधिकतम तापमान 40-44 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया है।
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 12-25 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। पूर्वी भारत के राज्यों में अधिकतम तापमान नॉर्मल से चार से छह डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। इसके अलावा, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों, ओडिशा आदि में हीटवेव से लेकर गंभीर हीटवेव की स्थिति बरकरार है।
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश में आज हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तराखंड की बात करें तो यहां आज कुछ इलाकों में ओले गिरेंगे। नॉर्थईस्ट इंडिया की बात करें तो अगले तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया गया है।
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय में आज और कल तेज बारिश होगी। इसके अलावा, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में अगले पांच दिनों तक हल्की बारिश होने वाली है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा में पांच दिनों तक हल्की बारिश होने की संभावना है। ओडिशा में 22-23 और बिहार में 24 अप्रैल को ओलावृष्टि होगी। उधर, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, इंटीरियर कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में पांच दिनों तक हल्की बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो पूर्वी भारत के राज्यों में अगले पांच दिनों के अंदर अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हीटवेव की स्थिति बरकरार रहेगी। नॉर्थवेस्ट इंडिया में अधिकतम तापमान में अगले तीन दिनों तक कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा और फिर इसमें दो से चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है।
मध्य भारत की बात करें तो अगले पांच दिनों तक कोई बड़ा बदलाव आने की संभावना नहीं है। इसके अलावा, पश्चिम भारत के राज्यों में अगले दो दिनों तक तापमान में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलने वाला है। उसके बाद अधिकतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।