कोरोना के केसों में इस महीने लगातार इजाफा देखने को मिला है। अब इसे लेकर सरकार भी सतर्क हो गई है। केंद्र सरकार ने देश के 8 राज्यों से कोरोना के मामलों पर निगरानी रखने को कहा है।
सरकार ने कहा कि कोरोना के पॉजिटिविटी रेट पर नजर रखें और उसके हिसाब से पूरी तैयारी करें। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। हमें किसी भी स्तर पर ढिलाई से बचना होगा। यदि ऐसा नहीं करेंगे तो हमें पाबंदियों के चलते जो राहत मिली थी, वह खत्म हो जाएगी।’ राजेश भूषण ने कहा कि फिलहाल कोरोना के चलते अस्पताल में एडमिट होने वाले लोगों की संख्या कम है। इसके अलावा मौतों का आंकड़ा भी कम है।
इन राज्यों में भी ऐसे जिलों को सरकार चिंता का सबब मान रही है, जहां कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी या उससे अधिक पाया गया है। यूपी में ऐसा एक जिला है, जबकि तमिलनाडु में 11 जिलों में संक्रमण दर 10 फीसदी से ज्यादा हो गई है। इसके अलावा राजस्थान में 6, महाराष्ट्र में 8, केरल में 14, हरियाणा के 12 और दिल्ली के 11 जिलों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है। सरकार ने सलाह दी है कि कोविड सर्विलांस बढ़ा दिया जाए। इन्फ्लुएंजा के शिकार लोगों के लक्षणों पर नजर रखी जाए। इसके अलावा सांस लेने जैसी समस्याएं यदि हैं तो उन्हें कुछ मदद दी जाए।
उन्होंने कहा कि कोरोना के मौजूदा वैरिएंट के लक्षण बहुत ज्यादा खतरनाक नहीं हैं, फिर भी सजग रहने की जरूरत है। हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा कि स्थानीय स्तर पर कोरोना का विस्फोट होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि उन राज्यों और ऐसे जिलों में सतर्कता की ज्यादा जरूरत है, जहां पॉजिटिविटी रेट अधिक बना हुआ है। सरकार ने जिन 8 राज्यों को कोरोना को लेकर सतर्क किया है, उनमें यूपी, तमिलनाडु, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, हरियाणा और दिल्ली शामिल हैं।