फ्रांस का वो चर्च जो दो दुनिया युद्धों के दौरान भी क्रिसमस (Christmas) के दिन खुला रहकर लोगों की उम्मीद को बनाए रखा था. वो चर्च 2019 में क्रिसमस के दिन बंद रहने वाला है. 200 वर्षों में ऐसा पहली बार होगा जब इस चर्च में क्रिसमस नहीं मनाया जाएगा. इसका कारण है आग. दरअसल, पेरिस का नोट्रे-डेम कैथेड्रल (Notre Dame Cathedral Fire ) पहली बार क्रिसमस मास का आयोजन नहीं कराया जाएगा, क्योंकि कुछ महीने पहले आग की चपेट में आए इस ऐतिहासिक इमारत का मरम्मत काम जारी है.
कैथेड्रल की बजाय यहां मनाया जाएगा क्रिसमस मास
इस वर्ष अप्रैल में यहां भयंकर आग लग गई थी जिसके चलते यूनेस्को दुनिया धरोहर में शुमार यह कैथेड्रल बुरी तरह से तबाह हो गया है. अब इसके मरम्मत का कार्य जारी है, इसके चलते इस बार के क्रिसमस सेलिब्रेशन में बाधा आ रही है. हालांकि, अधिकारियों ने बोला कि अभी भी मिडनाइट मास क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मनाया जाएगा, लेकिन यह सेंट-जर्मेन के नजदीकी चर्च ल ‘ऑक्सेरोइस में आयोजित होगा.
मरम्मत काम में आना है इतना खर्च
850 वर्षीय गोथिक कैथेड्रल में एक भयंकर विस्फोट हुआ था, जिसमें इमारत की मीनार व छत तबाह हो गया. अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसके पुनर्निर्माण के लिए पांच वर्ष का लक्ष्य रखा है. इसके लिए अक्टूबर में, फ्रांसीसी संस्कृति मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि पुनर्निमाण काम के लिए लगभग 1bn यूरो खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है.
आग लगने के कारण पर अब भी पर्दा
इस वर्ष की आरंभ में जब विध्वंसक धमाका हुआ था तब से ही इस कैथेड्रल की मरम्मत का कार्य चल रहा है. अभी तक आग लगने का कारण अज्ञात है, लेकिन जांचकर्ता इस हादसे में लापरवाही की आसार की जाँच कर रहे हैं. अधिकारियों को संदेह है कि एक ‘बुरी तरह से जली हुई सिगरेट के बाहर फेंकने’ या बिजली में किसी तरह का फॉल्ट संभावित कारणों में से एक माना जाता है. बताते चलें कि 2019 से पहले यह कैथेड्रल सिर्फ फ्रांसिसी क्रांति के दौरान बंद रहा थ.