राज्य महिला आयोग की सदस्य रंजना शुक्ला ने कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है।
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Wednesday, April 20, 2022
लखनऊ। राज्य महिला आयोग की सदस्य रंजना शुक्ला ने विकास भवन के सभागार में महिलाओं की समस्याओ को सुना। मिशन शक्ति के अंतर्गत महिलाओं से संबंधित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं विषयक जागरूकता शिविर एवं महिला जनसुनवाई की।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया, कि कोई महिला अगर शिकायत लेकर थाने में जाती है, तो पूरी गंभीरता के साथ महिलाओं की शिकायतों को सुनते हुए आवश्यक कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही न बरती जाए।पीड़ित महिलाओं को न्याय देने में शिथिलता न बरती जाए।
राज्य महिला आयोग की सदस्य रंजना शुक्ला ने कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है। इसलिए प्रकरणों को बेवजह लंबित करने तथा पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
जनसुनवाई में ये मामले आए सामने
महिला आयोग सदस्य के समक्ष जनसुनवाई में घरेलू हिंसा से संबंधित शिकायतों के साथ ही अन्य शिकायतें भी सुनवाई के लिए आई। उन्होंने कहा कि महिला आयोग का गठन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर महिला जनसुनवाई में जरूर आएं।
जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की पूरी सहायता की जाएगी। महिला जनसुनवाई में कुल 09 प्रकरण सुनवाई के लिए आए, जनसुनवाई में आरती निवासी दशरौरा, आंसी द्विवेदी निवासी दिबियापुर, संगीता निवासी नरायणपुर, रजनी निवासी गाजीपुर, वर्षा, अंजनी निवासी बकेवर लोहिया नगर, सपना निवासी नसीराबाद, गीता देवी निवासी चकसत्तापुर अजीतमल, नीतू निवासी मटोली ने शिकायत सदस्य से की गई।
सदस्य ने सभी शिकायती प्रार्थना पत्रों पर गुणवत्ता के साथ त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य मेले का भी निरीक्षण किया जहां उन्होंने संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।