इस बार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का शुभारंभ आज सर्वार्थ सिद्धि योग (Sarvartha Siddhi Yoga) हुआ। पहाड़ से मैदान तक सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
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डॉ आचार्य सुशांत राज बताया कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत होती है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना करते हैं, उसके बाद नवदुर्गा की पूजा होती है। चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है।इस साल चैत्र नवरात्रि आठ दिन की है और नौवें दिन चैत्र नवरात्रि व्रत का पारण है। कलश स्थापना के लिए सुबह और दोपहर में शुभ मुहूर्त था।
चैत्र नवरात्रि कलश स्थापना मुहूर्त सुबह 6.13 से 10. 22 मिनट तक रहा। दोपहर में 12.01 से 12. 50 मिनट तक तक भी कलश स्थापना की गई। जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग शाम 04.35 बजे से अगले दिन सुबह 6.12 बजे तक है। ऐसे में अगर लोग सुबह पूजा नहीं कर पाए तो शाम को भी कर सकते हैं।