लखनऊ। जेवर एयरपोर्ट के निर्माण में एक नया अध्याय जुड़ गया है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 3725 करोड़ का कर्ज यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) को देगा। वाईआईएपीएल ने आज भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनआईएएल) परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश की नोडल एजेंसी के साथ वित्त पोषण समझौतों पर हस्ताक्षर किया है। परियोजना पूरा होने के बाद एक साल की मोहलत के साथ 20 साल की अवधि में वाईआईएपीएल चुकाएगा। यह धनराशि मिलने के बाद जेवर एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में तेजी आएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साढ़े चार सालों में एयर कनेक्टविटी के मामले में प्रदेश के कई विकसित राज्यों में शुमार कर दिया है। साल 2017 से पहले प्रदेश में चार एयरपोर्ट लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा ही संचालित थे और यहां से 25 स्थानों के लिए ही हवाई सेवाएं उपलब्ध थीं, लेकिन अब आठ एयरपोर्ट शुरू हो गए हैं, जिनसे 71 स्थानों के लिए हवाई सेवाएं संचालित हैं। इसमें 59 घरेलू उड़ानें और 12 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं। इसके अलावा कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट भी उड़ानों के लिए उपलब्ध हो गया है।
राज्य सरकार के एक उच्चाधिकारी ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से साढ़े चार सालों में बरेली, प्रयागराज, हिंडन और कानपुर एयरपोर्ट का विकास कार्य कराया गया है। साथ ही 10 और एयरपोर्ट आगरा, सहारनपुर, अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट, सोनभद्र, अयोध्या और जेवर का कार्य कराया जा रहा है। इसमें अयोध्या और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। इसके अलावा उड़ान स्कीम में चयनित अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट और सोनभद्र से जल्द नई उड़ान सेवाएं शुरू होने के आसार बढ़ गए हैं।
सात हजार करोड़ से ज्यादा खर्च कर आठ हवाई अड्डे बना रही सरकार
सरकार आठ हवाई अड्डों पर करीब 7076 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। इसमें सबसे ज्यादा 5182 करोड़ जेवर एयरपोर्ट के लिए और एक हजार करोड़ की धनराशि अयोध्या एयरपोर्ट को दी गई है। बरेली एयरपोर्ट के लिए 85.84 करोड़, प्रयागराज एयरपोर्ट के लिए 510.73, हिंडन एयरपोर्ट के लिए 7.11 करोड़, कानपुर एयरपोर्ट के लिए 92.53 करोड़, आगरा एयरपोर्ट के लिए 153.67 करोड़ और सहारनपुर एयरपोर्ट के लिए 43.01 करोड़ राज्य सरकार ने जारी किए हैं। इसके अलावा अयोध्या एयरपोर्ट के लिए करीब छह सौ एकड़ भूमि की खरीद के लिए 1001 करोड़ रुपए दिए गए हैं और करीब तीन सौ एकड़ भूमि खरीद की गई है। ऐसे ही जेवर एयरपोर्ट के लिए 4098.19 करोड़ की लागत से 1334 हेक्टयेर भूमि एयरपोर्ट के विकास के लिए और जेवर एयरपोर्ट के प्रथम चरण (स्टेज 2) के लिए 1365 हेक्टेयर भूमि की खरीद के लिए 2890.72 करोड़ की लागत पर 1084 करोड़ जारी किए हैं।
बरेली से इसी हफ्ते मुंबई और बेंगलुरु के लिए उड़ानें
प्रदेश में बरेली सहित कई जिलों के लोगों को जल्द कई नई उड़ानों की सौगात मिलने वाली है। इसमें सबसे पहले बरेली से मुंबई के लिए 12 को और बंगलौर के लिए 14 अगस्त को उड़ान सेवाएं शुरू होने वाली हैं। इसके अलावा कानपुर से हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली की उड़ानें 15 सितंबर से शुरू होने की संभावना है। एयर कनेक्टिविटी बढ़ने से लोगों को न सिर्फ आवागमन में सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा।