दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwat Mann) दिल्ली सरकार के अधिकारों को लेकर जारी अध्यादेश पर गैरभाजपा दलों के समर्थन के लिए गुरुवार रात 9 बजे विशेष विमान से रांची पहुंचे।
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केजरीवाल और मान शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से मिलेंगे और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ उनका समर्थन मांगेंगे। आप के नेता और मुख्यमंत्री केजरीवाल इस अध्यादेश के खिलाफ देशभर में गैर भाजपा सरकार वाले राज्यों के नेताओं से मिल रहे हैं।
इसी सिलसिले में गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से भी मिले। दरअसल हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था कि दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग जैसे कार्यो के लिए दिल्ली सरकार ही अधिकृत होगी।
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उपराज्यपाल को मंत्रीपरिषद की सलाह मांगनी होगी लेकिन तभी केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट दिया। इसे लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच टकराव हो गया है। इससे पहले भी शराब घोटाले को लेकर ईडी और सीबीआई की कार्रवाई से केंद्र और दिल्ली सरकार में तल्खी है।
उनके साथ राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी थे। दोनों मुख्यमंत्री और सांसद चेन्नई से सीधे रांची पहुंचे। राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा भी रांची पहुंचे। गौरतलब है कि यह बीते 4 महीने में हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की दूसरी मुलाकात है।
इससे पहले दोनों नेता 7 फरवरी को दिल्ली में मिले थे। तब दोनों ने ही ट्वीट कर मुलाकात की जानकारी देते हुए कहा था उनके बीच देश के वर्तमान मुद्दों, राजनीति और राज्यों में किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की गई।