होंठों का कैंसर एक बहुत ही खतरनाक रोग है ,जिसका समय रहते की रोकथाम करना आवश्यक है। यह एक प्रकार का मुँह का Cancer कैंसर ही है। इसमें पीड़ित व्यक्ति को खाने पीने में परेशानी होने के साथ ही अनेक समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। लिप कैंसर सूरज की किरणों में ज्यादा रहने और तम्बाकू के सेवन की वजह से होती है। इसमें मरीज के होठों पर घाव बनने लगते हैं। यह कैंसर होठों पर घावों या ट्यूमर के रूप में होती हैं। ये सबसे सामान्य प्रकार के मौखिक कैंसर हैं। ये कैंसर पतली, सपाट कोशिकाओं ( सेल ) में विकसित होते हैं, इसे हम स्क्वैमस सेल कहते हैं।
जानें Lips Cancer के बारे में…
लिप्स कैंसर से ग्रसित लोगों के दांत ढीले होने लगते हैं। इनके होठों में सूजन और दर्द रहता है। होठों के ऊपर सफेद चकते या लाल रंग के निशान पड़ जाते हैं। गले और मुंह में दर्द होता है। इस बीमारी से ग्रसित लोगों के आवाज में बदलाव भी देखने को मिलता है।
कैसे होती है जांच ?
अगर अचानक से आपके होठों पर घाव होने लगें और उसमें से पस निकलने लगे तो तुरंत जाकर किसी चिकित्सक को जाकर जांच कराएं। अगर लम्बें समय से ये समस्या हो रही है तो लापरवाही न बरतें। आपके होठों पर जख्म होने का कारण इंफेक्शन, किस करने या फिर कोई दवाई भी हो सकती है। यदि यह कैंसर नहीं है तो आपकी यह समस्या कुछ ही दिनों में दवाई के सेवन से ठीक हो जाएगी। एक बार होंठ या लिप्स कैंसर की पुष्टि होने के बाद सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी आदि के जरिए इस कैंसर का इलाज हो सकता है।