बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर दूसरी बार कोरोना का संकट खड़ा हो गया है। दरअसल राजद सुप्रीमो रांची के जिस अस्पताल में भर्ती हैं वहां उनकी देखभाल के लिए लगे डॉक्टर उमेश प्रसाद के वार्ड में एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिला है। उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ऐसे में डॉक्टर के साथ साथ लालू पर भी कोविड-19 संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
गौरतलब है कि एक महीने से रांची के अस्पताल में इलाज के लिए यहां भर्ती बुजुर्ग मरीज में कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद सबकी जान संकट में आ गई है। वार्ड के सभी मरीजों और डॉक्टरों के ऊपर संक्रमण का खतरा है।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के चार मामलों के सजा काट रहे हैं। लालू प्रसाद यादव पहले ही 13 गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। वे क्रॉनिक किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। लालू के शूगर में भी बराबर उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसे में राजद सुप्रीमो की ओर से कोरोना संक्रमण का खतरा बताते हुए पहले ही पैरोल की मांग की गई थी।
रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल, होटवार के काराधीक्षक और जेल महानिरीक्षक ने भी लालू को कोरोना का खतरा बताते हुए रिम्स के पेइंग वार्ड से अलग शिफ्ट करने पर गृह विभाग को चिट्ठी लिखी थी। गौरतलब है कि लालू एक लंबे वक्त से एक्टिव पॉलीटिक्स का हिस्सा नहीं हैं। उनके दोनों बेटे राजनीतिक मैदान में उनकी जगह पर डटे हुए हैं।