हरचंदपुर/रायबरेली। क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। चौक-चौराहे पर बड़े-बड़े बोर्ड लगा कर ये डॉक्टर भोले-भाले ग्रामीणों को ठगने के प्रयास में लगे हैं। भोली-भाली जनता इनके झांसे में आकर आर्थिक दोहन के साथ-साथ शारीरिक नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। लोगों की माने तो क्षेत्रों में अप्रशिक्षित झोला छाप द्वारा इलाज कराने की बात कौन कहे बड़े बड़े आपरेशन तक किये जा रहे हैं। साथ ही मोटी रकम लेकर नर्सिग होम संचालक इलाज के नाम पर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें इस बात का डर नहीं होता कि मरीज मरेगा या उसे इंफेक्शन संक्रमण भी हो सकता है।
ऐसे नीम-हकीम के चक्कर में आये दिन कई लोगों की जान जा रही है। वहीं, झोलाछाप डॉक्टर अपनी-अपनी क्लिनिक के आगे बड़े-बड़े अक्षरों मे एमबीबीएस की डिग्री लिखा बोर्ड लगाने में परहेज नहीं करते हैं। सरकारी अस्पतालों में सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने को लेकर निशुल्क दवाओं सहित कई जांचे भी निश्शुल्क में कराए जाने की व्यवस्था उपलब्ध कराई है। बुद्धिजीवियों द्वारा समय-समय पर जिला प्रशासन से झोला छाप चिकित्सकों के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की जाती रही है।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा