अपनी फिल्मों से समाज को आइना दिखाने वाले महान फिल्म मेकर मृणाल सेन Mrinal Sen अब हमारे बिच नहीं रहे। दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात फिल्म निर्देशक मृणाल सेन का लंबी बीमार के बाद रविवार को निधन हो गया,वह 95 वर्ष के थे।
एक दिन अचानक, पदातिक और मृगया समेत चर्चित फिल्में
नील आकाशेर नीचे,भुवन शोम, एक दिन अचानक, पदातिक और मृगया समेत तमाम चर्चित फिल्मों के जरिए अपनी अलग पहचाने बनाने वाले पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित सेन देश के सबसे प्रख्यात फिल्म निर्माताओं में से एक थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टि्वटर पर सेन के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा, ‘‘मृणाल सेन के निधन से दुखी हूं। फिल्म उद्योग की बड़ी क्षति। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’
Saddened at the passing away of Mrinal Sen. A great loss to the film industry. My condolences to his family
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) December 30, 2018
संस्कृति और भारत की सभ्यता के मूल्यों की क्षति : सीताराम येचुरी
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी फिल्म निर्माता को उनके मानवीय कथानक के लिए याद किया। उन्होंने कहा,‘‘मृणाल सेन का गुजर जाना न केवल सिनेमा बल्कि दुनिया की संस्कृति और भारत की सभ्यता के मूल्यों की बड़ी क्षति है। मृणाल दा लोगों पर आधारित अपने मानवतावादी कथानक से सिनेमैटोग्राफी में बड़ा बदलाव लाए।’’ बंगाली फिल्म उद्योग भी दिग्गज निर्देशक के निधन से शोक में है।
Mrinal Sen’s passing away is a big loss not only to Cinema but to the world of Culture & India's civilisational values. Mrinal da radicalised Cinematography by his people-centric humanistic narrative. Deepest condolences. https://t.co/SXkwr5NQKf
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) December 30, 2018
परमब्रत चटर्जी ने ट्वीट करते हुए लिखा,‘‘एक युग का अंत। युग…लीजेंड्स कभी नहीं मरते।’’
At the end of the year receiving news like demise of the legend Mrinal Sen saddens and shocks us. Mrinal jethu gave a new perspective to Indian Cinema.Its a huge loss for all of us.May his soul rest in peace.
— Prosenjit Chatterjee (@prosenjitbumba) December 30, 2018
प्रसेनजीत चटर्जी ने कहा, ‘‘साल के अंत में लीजेंड मृणाल सेन के निधन जैसी खबरें मिलना हमारे लिए दुख की बात है और हम इससे स्तब्ध हैं। मृणाल सेन ने भारतीय सिनेमा को नया नजरिया दिया। यह हम सभी के लिए भारी क्षति है। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’