- Published by- @MrAnshulGaurav
- Friday, June 17, 2022
लखनऊ। आज लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने अपराह्न दो बजे कुलपति कक्ष में विभिन्न समाचार पत्रों के मीडियाकर्मी से वार्ता की। यह वार्ता/ मुलाकात मुख्य रूप से लखनऊ विश्वविद्यालय की नैक मान्यता पर आधारित थी। शुरुआत में, प्रो. राय ने नैक और उनकी ग्रेडिंग प्रणाली के बारे में एक संक्षिप्त दृष्टिकोण प्रदान किया।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की पिछली मान्यता 2014 में हुई थी और विश्वविद्यालय ने 2.76 अंक हासिल कर बी ग्रेड प्राप्त किया था। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नैक द्वारा ग्रेडिंग मानदंड में बदलाव किया गया है और विश्वविद्यालय प्रणाली के लिए दो प्रकार की अंक प्रणाली है जिसे विश्वविद्यालय को स्कोर करना होता है। विश्वविद्यालय को डेटा और सत्यापन (सेल्फ स्टडी रिपोर्ट) से अंक सुरक्षित करने होते हैं, जिसके लिए अधिकतम अंक 75 होते हैं जबकि फील्ड विजिट के लिए विश्वविद्यालय को 25 के मूल्य से अंक प्राप्त करने होते हैं। प्रोफेसर राय ने मीडियाकर्मियों को बताया कि विश्वविद्यालय को क्लोजर मिल गया था।
अप्रैल के अंत में NAAC की रिपोर्ट, जिसने सेल्फ स्टडी रिपोर्ट और क्लोजर रिपोर्ट के बीच अच्छे समझौते का संकेत दिया। परिषद के विशेषज्ञ 11, 12 और 13 जुलाई 2022 को विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे। प्रोफेसर राय ने बताया कि विश्वविद्यालय ने लगभग 2.5 साल पहले NAAC मूल्यांकन की तैयारी शुरू कर दी थी और वर्ष 2020 की शुरुआत में चरणों में विकास शुरू किया था।
उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष के दौरान, विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचे और साज-सज्जा के उत्थान के लिए प्रयास किया था और इस तरह की पहल के महत्वपूर्ण परिणाम संगठित प्रवेश कक्ष, छात्र लाउंज, डीन छात्र कल्याण कार्यालय एवं विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक शौचालय आदि थे। प्रो राय ने कहा कि भौतिक बुनियादी ढांचे के अलावा, विश्वविद्यालय है विश्वविद्यालय के बौद्धिक ढांचे को ऊपर उठाने की कोशिश कर रहा है। अंत में, उन्होंने सभी मीडियाकर्मियों को धन्यवाद दिया।