लखनऊ। 65वें दीक्षांत समारोह सप्ताह के तहत, 16 जनवरी 2023 को तीसरे दिन इंजीनियरिंग संकाय के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग ने “ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी: चुनौतियां और भविष्य की संभावनाएं” एवं “नो – कोड कंप्यूटर विजन एआई मॉडल डेवलपमेंट” पर लेक्चर सीरीज का आयोजन किया। लेक्चर सीरीज की अध्यक्षता अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रो एके सिंह ने की।
“ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी: चुनौतियां और भविष्य की संभावनाएं” विषय पर फैकल्टी ऑफ़ कंप्यूटर एंड इनफार्मेशन साइंस, यूनिवर्सिटी ऑफ़ लूबीआनः, स्लोवेनिया के प्रोफेसर (डॉक्टर) व्लादो स्टेनकोस्की ने ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के फ़ायदों, वास्तविक जीवन के उपयोग के मामलों और वर्तमान परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताया है।
उन्होंने बताया कि इंटरनेट की आभासी दुनिया में भरोसा बढ़ाने के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और सिमेंटिक वेब को कैसे जोड़ा जा सकता है। अंत में, एक प्रश्न-उत्तर सत्र हुआ। अगले लेक्चर सीरीज “नो-कोड कंप्यूटर विजन एआई मॉडल डेवलपमेंट” में विशेषज्ञ वरुण पोलादिया ने कोड की एक भी लाइन का इस्तेमाल किए बिना कंप्यूटर विजन एआई मॉडल बनाने का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। इस लेक्चर सीरीज का उद्देश्य छात्रों को एआई और कंप्यूटर विजन इंजीनियर के रूप में नौकरी के लिए तैयार करना था।
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इस कार्यशाला में, छात्रों ने बिना किसी कोड का उपयोग किए अपने कंप्यूटर विजन एआई मॉडल बनाना सीखा। लेक्चर सीरीज में 200 से अधिक छात्रों और बी.टेक के शिक्षकों ने भाग लिया। लेक्चर सीरीज का संचालन कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रभारी ज़ीशान अली एवं डॉ शिखा गौतम द्वारा किया गया।