मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकाल पुजारी चंद्रमोहन काका की आज कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई, दो और पुजारी संक्रमित पाए गए है. इस घटना के बाद 19 अप्रेल तक महाकाल सहित सभी मंदिरों के पट बंद करा दिए गए, यहां तक कि उज्जैन में 19 अप्रेल तक लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है. कोरोना संक्रमण से मुक्ति पाने के लिए 11 दिवसीय महामृत्युंजय जाप में शामिल हुए 70 से अधिक पंडे पुजारियों ने चंद्रमोहन काका को श्रद्धांजलि दी. अभी भी दो पुजारी अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ रहे है.
बताया जाता है कि कोराना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या को पहले से ही कम कर दिया था, सिर्फ बैरीकेटिंग से ही दर्शन की व्यवस्था रखी गई थी, इसके बाद भी महाकाल मंदिर के तीन पुजारी व चार कर्मचारी कोरोना पाजिटिव हो गए, पुजारी चंद्रमोहन काका को इंदौर के निजी अस्पताल में भरती कराया गया, जहां पर आज चंद्रमोहन काका की उपचार के दौरान मौत हो गई,चंद्रमोहन काका की मौत की खबर से उज्जैन में मातम छा गया, जिसने भी चंद्रमोहन काका की मौत की खबर सुनी तो वे स्तब्ध रह गए, मंदिर में दो मिनट का रखकर श्रद्धांजलि दी गई.
कोरोना से मौत के बाद भी शव को उज्जैन लेकर आ गए-
बताया जाता है कि गाइड लाइन के तहत कोरोना से मौत के बाद शव को परिजनों को नहीं सौंपा जाएगाए, अंतिम संस्कार भी निगम व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जाएगा, यहां तक कि जिस शहर में संक्रमित की मौत हुई है, वहीं अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल के तहत किया जाएगा, लेकिन महाकाल के पुजारी चंद्रमोहन के मामले में किसी भी नियम को नहीं माना गया, शव को इंदौर से उज्जैन लेकर आ गए, त्रिवेणी घाट को सुरक्षित किया गया था, इसके बाद भी चक्रतीर्थ घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया.