देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 119 हो चुके हैं. इस बीच कोरोना के चलते मुंबई स्थित सिद्ध विनायक मंदिर के लिए अहम फैसला लिया गया है. सिद्ध विनायक ट्रस्ट ने 16 मार्च की शाम 7 बजे से मंदिर को बंद करने का फैसला किया है. अगले फैसले तक मंदिर को बंद रखने का फैसला किया गया है.
महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के चलते सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ न लगाने के लिए निर्देश दिया था, लेकिन इसके बावजूद लोग मंदिर आ रहे थे. इसलिए ट्रस्ट ने मंदिर बंद करने का फैसला लिया है. इससे पहले सिद्धि विनायक मंदिर में पुजारियों को मास्क पहने हुए देखा गया और प्रवेश करने से पहले श्रद्धालुओं के हाथों पर सैनिटाइज़र लगाया जा रहा था.
मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अवधेश बांदेकर ने कहा, “हमारी समिति ने कोरोना वायरस की वजह से एहतियात के तौर पर मंदिर को बंद करने का फैसला किया है जब तक कि इस मुद्दे पर और जानकारी नहीं मिलती.”
इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस को लेकर हालात का जायजा लेने के लिए बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई इस बैठक में सभी जिला अधिकारी शामिल हुए.
कोरोना से पीड़ित लोगों के अमेरिका, ब्रिटेन और दुबई से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है. मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग को पंचायत चुनाव स्थगित करने का निर्देश दिया है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी तक स्कूल परीक्षाएं ही स्थगित थीं लेकिन अब कॉलेज में एग्जाम रद्द कर दिए गए हैं. यह व्यवस्था अभी तक शहरों में लागू थी लेकिन अब पूरे महाराष्ट्र में यह इसे लागू किया गया है. मंत्रालयों में आगतुंकों के आने से मना कर दिया गया है ताकि भीड़ न जुटे. अभी महाराष्ट्र में कोरोना के 38 केस आए हैं.
यूनिवर्सिटी में एग्जाम भी हुए रद्द
महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने बताया कि राज्य में यूनिवर्सिटी में एग्जाम रद्द कर दिए गए हैं. इससे पहले यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं चल रही थीं. उन्होंने बताया कि सभी शिक्षक 25 मार्च तक घर से काम करेंगे. जब उन्हें कहा जाएगा तभी ऑफिस आना होगा. 27-28 मार्च को एक बार फिर स्थिति का जायजा लिया जाएगा और फिर आगे का फैसला किया जाएगा.
बता दें कि देश में कोरोना वायरस के अबतक 119 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. सर्वाधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है जहां इस बीमारी के मामलों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है.