छह बार की वल्र्ड चैंपियन एमसी मैरी कॉम का अनुभव निकहत जरीन पर भारी पड़ा और मैरी कॉम ने चीन में होने वाले ओलंपिक क्वॉलिफायर्स की टीम में जगह बना ली। आज 51 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल मुकाबले में दोनों मुक्केबाज आमने-सामने थीं। इस मुकाबले में बहुत कम मुक्के चले और मैरी कॉम ने 9-1 से मैच जीत लिया। इस मुकाबले का काफी दिनों से इंतजार था। मैरी ने इस साल विश्व चैंपियनशिप से पहले यह कहते ट्रायल देने से मना कर दिया था कि चुने जाने के लिए उनका प्रदर्शन ही काफी है।
मैरी ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। मैरी ने दिल्ली में बिग बाउट बॉक्सिंग लीग के दौरान पीठ दर्द का हवाला देते हुए खुद को हटा लिया था जिससे उनका निखत के साथ मैच ही नहीं हो पाया था। पिछले कुछ दिनों में इस बात को लेकर काफी अटकलें चल रही थीं कि क्या इन दोनों मुक्केबाजों का ट्रायल हो पाएगा। निखत विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाई थीं क्योंकि उनके वजन वर्ग में मैरी उतरी थीं।
51 किग्रा वजन वर्ग की रैंकिंग में मैरी पहले और निखत दूसरे स्थान पर हैं। चयन समिति ने 51 किग्रा वर्ग में चौथे मुक्केबाज के रूप में निखत को चुना था। अन्य मुकाबलों में दो बार की वल्र्ड सिल्वर मेडलिस्ट (57 किलोग्राम) सोनिया लाथर को साक्षी चौधरी ने हरा दिया। एशियन मेडलिस्ट लाथर, चौधरी के मुक्कों का सामना नहीं कर सकीं। 60 किलोग्राम भारवर्ग में पूर्व विश्व चैंपियन एल. सरिता देवी को नैशनल चैंपियन सिमरनजीत कौर के हाथों हार का सामना करना पड़ा।